मेरे आंखों में अंशू-ए-गम चाहिए,
उम्मीद-ए-वफाई नही है मुझे,
पर मुझे बेवफाई थोड़ी कम चाहिए।।-
Aman soni
(A_Man's emotions)
724 Followers · 2 Following
Occasional writter...✒️
Authentic content...✌️
Follow me if i have touched your heart...💓
In... read more
Authentic content...✌️
Follow me if i have touched your heart...💓
In... read more
Joined 10 March 2019
25 MAR 2022 AT 21:53
6 SEP 2020 AT 23:10
क्या खौफ जमा रखा है,
ज़हन में अपने,
कि कुछ बोलने से पहले,
आसपास देखते हैं कोई ‘है' तो नहीं अपने।।-
4 SEP 2020 AT 22:03
यह दिल आज भी तेरे लिए धड़कता है,
तू है किसी और की,
इसलिए कुछ भी कहने से डरता है,
मुकम्मल हो जाए ना कहीं ‘इश्क' मेरा,
मेरा दिल,
तेरे ‘सनम' के उस ‘दर्द' से डरता है।।-
3 SEP 2020 AT 20:41
हमारी खामोशियों को
हमारी कमजोरी समझते है वो,
जा कर जरा कह देना उनसे,
जनाब हमारे और आपके,
संस्कार अलग है।।-
20 AUG 2020 AT 20:38
कुछ यूं खुशनुमा सी ‘शाम' हो,
तेरे हाथो में ठहरा मेरा ‘हाथ' हो,
छू जाए जो ‘होठो' को तेरी,
मेरी शायरी में कुछ ऐसे ‘अल्फ़ाज़' हो।।-
15 AUG 2020 AT 15:28
लाख इश्क़ किए मैंने,
पर तुझ सा कोई आशिक़ ना देखा,
जीते जी मुकम्मल ना हुई मोहब्बत मेरी,
मारने के बाद तुझसे जो लिपटा (तिरंगा),
वैसा ‘सनम' मैंने ना देखा।।-
14 AUG 2020 AT 0:06
धड़क उठी थी धड़कन उस मिट्टी की मूरत में,
मिल गई थी जिंदगी उसे,
उस सांवरे कि सूरत में।।-