Aman Singh   (Aman Singh)
928 Followers · 2.0k Following

read more
Joined 2 June 2020


read more
Joined 2 June 2020
17 SEP 2020 AT 23:12

खूबसूरत बोलते हैं लोग इस चाँद को
जो खुद सूरज के उजाले से बहाल है,

अरे अपनी कीमत तो तब चलती है
जब दूसरों का सहारा लेना छोड़ दे।

-


8 SEP 2020 AT 22:48

तलाश जारी है मंजिलों की कुछ
कठिनाईयों के मोड़ अभी बाकी हैं,

सहारा भीड़ का नहीं चाहिए बस
अपनों का साथ काफी है।

-


6 SEP 2020 AT 15:41

हम खुद हैं अपनी
अच्छाई या बुराई से

-


3 SEP 2020 AT 14:06

आस रख साँस रख जीने का अहसास रख
मत बना अपनों से दूरियाँ जो दूर हैं उन्हें पास रख,

मौके बहुत आएंगे ज़िन्दगी में कामयाबी के
पर जो पास है वो न छूट इस बात का ध्यान रख।

-


1 SEP 2020 AT 23:44

ज़िंदगी में गम हज़ार हैं पर उसमें
खुशी के अवसर ढूंढने पड़ते हैं,

क्योंकि मीलों के फाँसले पल भर में तय नहीं होते
कुछ खुशनुमा बातें दूरीयाँ आसान कर देती हैं।

-


1 SEP 2020 AT 8:20

राहें भी कभी-कभी धोखा दे देती हैं
आगे जाकर बटकर दो-चार हो जाती है

साथ तो चाहिये होता है
पर खुद के ऊपर है
सही या गलत चुनना।

-


29 AUG 2020 AT 22:21

ज़रूरत महलों की नहीं एक
छोटा-सा आश्याना ही काफ़ी है,

रूठे को मनाने के लिये जतन करना
नहीं बस प्यार से मुस्कुराना ही माफ़ी है।

-


28 AUG 2020 AT 22:50

मुश्किल है बड़ा उलझे धागों की तरह
रिश्तों की अनमन को सुलझाना,

खुद पहल करके रूठों को मनाना,

क्या करोगे इस अहम का जिससे अपनों
की दूरी खलती है,
छोड़ दो ज़िद अपनों के साथ रहने में ही
खुशी मिलती है।

-


27 AUG 2020 AT 21:53

कुछ अन-सुने से किस्से हर रोज़ होते हैं
खुवाइशों को तकिए में बंद कर रोज़ सोते हैं,

मतलबी है ये दुनिया,ये तो इसका दस्तूर है
हम भी इसका हिस्सा हैं बस यही कसूर है।

-


24 AUG 2020 AT 22:41

न दूर हैं न मजबूर हैं फिर भी चलते जा रहे हैं,
लोगों की इस भीड़ में मिलते जा रहे हैं,

थी ख्वाहिश अलग,थे कुछ सपने सब कुचलते
जा रहे हैं,

सपनों के उस पुल को फ़िर से बनाना है
मेहनत कर अपनी मंजिल को फ़िर से पाना है।

-


Fetching Aman Singh Quotes