खा कर धोखा अब....खुदसे लड़ रहा हूं,
भूलकर वो मोहोब्बत....अब आगे बढ़ रहा हूं,
पोछकर अपने आंसू हर ज़ख्म सिल रहा हूं,
हां मैं अब खुदसे लड़ रहा हूं।
तेरी यादें मिटाकर अब.... हर वक्त खट रहा हूं,
भूलकर वो मोहोब्बत....अब आगे बढ़ रहा हूं,
जितने दर्द दिए तूने मुझे वो सब गिन रहा हूं,
हां मैं अब खुदसे लड़ रहा हूं।
हार कर भी मैं....अपनी हार पर हस रहा हूं,
भूलकर वो मोहोब्बत....अब आगे बढ़ रहा हूं,
बहुत कर लिया दूसरो से वफा....अब खुदसे इश्क कर रहा हूं,
हां मैं अब खुदसे लड़ रहा हूं।
जितने घाव दिए है तूने मुझे सब सेह रहा हूं,
भूलकर वो मोहोब्बत....अब आगे बढ़ रहा हूं,
दूर करके खुदको इस ज़माने से....खुदमें रह रहा हूं,
हां मैं अब खुदसे लड़ रहा हूं।
खा कर धोखा अब.... खुदसे लड़ रहा हूं,
भूलकर वो मोहोब्बत....अब आगे बढ़ रहा हूं,
हां मैं अब खुदसे लड़ रहा हूं,
हां मैं अब खुदसे लड़ रहा हूं...............
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