Aman Kulshrestha  
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Joined 27 September 2021


Joined 27 September 2021
8 MAY 2022 AT 15:49

सुना है इसी शहर मे रहते है मेरे कई दोस्त,
पर फिर भी मिल महीनों मे बस एक बार पाते है,
और जिन रास्तों से होकर आते थे मेरे घर,
वो कई कई बार दिन मे,
अब उन्ही रास्तों का पता जाने क्यों वो भूल जाते है

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8 MAY 2022 AT 15:48

सुना है इसी शहर मे रहते है मेरे कई दोस्त,
पर फिर भी मिल महीनों मे बस एक बार पाते है,
और जिन रास्तों से होकर आते थे मेरे घर,
वो कई कई बार दिन मे,
अब उन्ही रास्तों का पता जाने क्यों वो भूल जाते है

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12 FEB 2022 AT 0:07

ये बेरुखी नहीं तो और क्या है, की उस सवाल का जवाब तो कुछ आया ही नहीं,
शायद बेहतर नहीं लगी मेरी कोई बात तुम्हे, पर तुमनें कभी कुछ ऐसा जताया ही नहीं,
और साबित करे भी तो कैसे अपने आप को तुम्हारी नज़रों मे,
रूठें हों तुम किस बात पे मेरी, ये तो तुमने कभी बताया ही नहीं— % &

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23 DEC 2021 AT 23:10

वाक़िफ़ नहीं हू मै इस दुनिया के तौर तरीको से,
ज़रुरत पड़ेगी उस नये शहर मे एक साथ की,
बात करने वाले होंगे बेशक हज़ारो उस शहर मे,
पर बात ही कुछ अलग है तुम्हारी बात की

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