समझ समझ के समझ को समझो
समझ समझ के समझ को समझना ही समझ हैं
जो समझ को समझ कर भी ना समझे
वो क्या , समझ है ?-
born confused ♂️♀️
lo... read more
ना वो आँखे पतली रही ।
ना उनमे वो चमक रही ।
वो कल था जब आंसूओ पे आपका नाम था ।
और ये आज हैं अब सिर्फ गुरूर में ही नशा हैं ।-
अचानक काळोख्या अंधारात लखलखता प्रकाश पडला,
काळोख घालवण्याचा खूप प्रयत्न झाला,
आणि शेवटी एका मौल्यवान पणतीचा अंत झाला.....
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हम समेट रहे थे,
बिखरा हुआ दिल हमारा,
वो आये,
एक प्यारी सी मुस्कान लेकर हमारी तरफ,
ओर फिरसे समेटा हुआ दिल, बिखराके चले गये.
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परिंदा उड़ना चाहता था खुले आसमान में ,
लेकिन बंध गया था रिश्तो के जंजीर में ,
करने थे अपने सपने पूरे ,
लेकिन कांट डाले उसके पंख सारे ...-
किया था हमने भी प्यार औकात के बाहर,
पर, हर वक्त हमारी औकात दिखाना जरूरी नहीं...-
छोड गये आप हमें अकेलेपन में,
बस जाते जाते,
एक बार, ले ही लेते खुशी से अपनी बाहों में,
हम भी खुशी खुशी रह लेतेे, इस अकेले जहान में....-
हम बैठें थे यू तनहा से,
उनकी याद आ रही थी बरसो से,
हमने दिल से पुकारा, वो भागते चले आये,
हमने कहा "हमे पास लेलो",
उन्होंने तो हमे उनके आँचल में समालिया ...-
ये जो दिल हैं, दिल को दिल से चाहता हैं ,
इसिलीये ,
दिल की बात, दिल को दिल से समझाना,
दिल हमेशा, दिल की बात दिल से समझ लेगा,
और दिल हमेशा दिल से खुश राहेगा .-