लोगों ने कुछ इस तरह से उसे जज किया!!
श्याही मेरी कलम से निकली ओर बेवफ़ा वो हो गए!!-
એકલતા ના ખૂણે આવેલું આંસુ મને ખારું લાગે છે
' શું થયું છે ' એટલું જ તારું પૂછતા સઘણુંય સારું થય જાય !!
અનાયાસે આ વાત ની જાણ તને થય જાય!!
એકલતાના ખૂણે આવેલું આંસુ મને ખારું લાગે છે!!!
ખરું કહું તો તારા એક માત્ર પૂછવાથી ખારપ દૂર થય જાય!!
એકલતા ના ખૂણે આવેલું આંસુ મને ખરેખર બોવ ખારું લાગે છે!!!!-
फ़र्क नहीं पड़ता अब कोई हाल पूछे या ना पूछे;
सायद अब बेहाल ही ठीक है हम..!!-
मैने तो उस वक्त भी उसे समझा था जब हर कोई उसे नासमझ बोल रहे थे ; लेकिन उसने मुझे तब भी गलत कहा जब हर कोई उसे गलत कह रहे थे ❗
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ग़म का कोई छाया नहीं हैं;
और ख़ुशी का कोई ठिकाना नहीं हैं;
महेरबानी अगर मां- बाप की हो तो कमी कीसी बात की नहीं हैं !!!-
अंदाज बहुत बदल लिए कुछ लोगो के लिए हम ने अपने!!!
अब नजर अंदाज ही आखरी ईलाज है..!!!-
जो बात बता न पाए किसीको...
वो कलम जान गय हमसे...
समझ कर करिबी दोस्त कागज़ को अपना...
बया कर दी मेरी सारी बाते उसको...
आया हल्का सा जोक्का हवा का...
उड़ गया कागज़ आसमान को छुआ...
गिर ने के बाद हर पढ़ने वाले के हाथ में गया...
जो बात बता न पाए किसको...
कलम, कागज़ और हल्के से हवा के जोक्के ने पूरी दुनिया को बता दिया!!!— % &-
अगर दिल मैं हैं कुछ तो फिर इज़हार तो करो...
दुनियां से परे दिल के करीब तो देखो...
चाहत हैं अगर दिल से तो जता दिया करो...
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