जिंदगी के जंग में न जाने कितने अरमाँ क़त्ल हुए
कुछ को कफ़न मिला, कुछ बिना कफ़न ही दफ़न हुए।-
And Samvedna Se Samvaad
Horticulturist Cum Passionate writer
हम ... read more
मैं जानता हूँ
कविता मुझे खाने को रोटी नहीं दे सकती है
मुझे पहनने को धोती नहीं दे सकती है
और रहने को घर नहीं दे सकती है
किन्तु
मैं फिर भी कविता पढूँगा
मैं फिर भी कविता लिखूँगा
क्योंकि मुझे पता है
जो मुझे कविता दे सकती है
वो कोई और नहीं दे सकता है।-
हम कवियों के भाँति ही
कुछ नदियाँ भी शापित है,
शापित कवि रिक्त हो गए
शापित नदी पवित्र हो गईं
नदी बहती रही —
कवि बुझता रहा —
एक ने सब कुछ धो दिया,
एक ने सब कुछ सह लिया।
दोनों शापित थे,
एक दूसरे से जब भी मिले
एक दूसरे का हाल पूछा
एक दूसरे के दुःख को समझा
और निहाल हो गए।-
तुम्हें पता है,
हम मृतक के लिए
प्रार्थना क्यों करते हैं ?
क्योंकि हम उनके लिए
कुछ और नहीं कर सकते,
और जब हम कुछ कर नहीं सकते तो
ईश्वर से बस प्रार्थना करते हैं,
पर हम जीवित के लिए
कुछ कर सकते हैं,
तो उनके लिए कुछ करें
कुछ और नहीं तो
प्रार्थना ही सही।
हाँ,
पर उनके मृतक होने तक का इंतज़ार नहीं।-
जीवन में
प्रेमी की तलाश हो न हो
एक अच्छे दोस्त की तलाश
सबको होती है।
जिस क्षण हमें जीवन में
एक सच्चा दोस्त मिल जाए
उस क्षण हमारे प्रेम की
आधी तलाश पूरी हो जाती है।
-
इंसान जब इंसानित के
पराकाष्ठा पर पहुँच जाता है,
तब वह देवत्व को छू लेता है।-
मुझे लगता है,
पृथ्वी पर
एक नहीं,
दो सूरज की जरुरत है,
एक तमाम दुनिया के लिए
और दूसरा मेरे लिए।-
कोई तुम्हें गाली दे
तुम रह सकते हो उसके साथ,
कोई तुम्हारी संस्कृति को गाली दे
तुम बिना कुछ सोचे समझे
छोड़ दोगे उसका साथ,
अपनी आत्मसम्मान से अधिक जरुरी है
अपनी संस्कृति का सम्मान।-
जिंदगी कितना अप्रत्यासित है
हम यह नहीं जानते,
हम जिंदगी जीते जरूर है
मगर जिंदगी को नहीं जानते,
हम जानते हैं मृत्यु सत्य है
पर उसे पहचानने से इंकारते हैं
उससे निरंतर भागते हैं,
जन्म और मृत्यु के बीच है ये जिंदगी है
हम यह जानते हैं,
किन्तु जिंदगी का दोनों सिरा
किसके हाथों में है
और ये कितनी लम्बी है
हम यह नहीं जानते,
हम सबको को लगता है
कि हम बहुत कुछ जानते हैं
पर कितना कुछ नहीं जानते हैं
यह हम नहीं जानते है।-