अनादि हैं, अनंत हैं, रहेंगे वो ही अनवरत,,
जग के हैं आधार, हर लें प्राणियों के दोष को_
शीश पर है अर्धचंद्र, जटाओं में भागीरथी,,
कोटि कोटि है नमन भगवान आशुतोष को_!!- अditi श्रीvastava
27 JUL 2021 AT 21:55
अनादि हैं, अनंत हैं, रहेंगे वो ही अनवरत,,
जग के हैं आधार, हर लें प्राणियों के दोष को_
शीश पर है अर्धचंद्र, जटाओं में भागीरथी,,
कोटि कोटि है नमन भगवान आशुतोष को_!!- अditi श्रीvastava