लफ्जों की हरारतें अब नही होती,यादों में हम रूबरू हो लेते हैं।। - जैनसाहिबा✍
लफ्जों की हरारतें अब नही होती,यादों में हम रूबरू हो लेते हैं।।
- जैनसाहिबा✍