पहले दिन अकेला होने का डर था,और आखिरी दिन फिर अकेला हो जाने का ग़म। -
पहले दिन अकेला होने का डर था,और आखिरी दिन फिर अकेला हो जाने का ग़म।
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a chance....To dream, to plan and to move. -
a chance....To dream, to plan and to move.
मैं संसद की कुर्सी हूँ,वो मेरा प्रेमी नेता है।मैं लोकतंत्र का देश हूँ,वो लोगों पर तंत्र करता है।मैं राष्ट्र से प्रेम करता हुँ,वो राष्ट्र का बंटवारा चाहता है।मैं सर्व कल्याण चाहता हूँवो स्वकल्याण करता है। -
मैं संसद की कुर्सी हूँ,वो मेरा प्रेमी नेता है।मैं लोकतंत्र का देश हूँ,वो लोगों पर तंत्र करता है।मैं राष्ट्र से प्रेम करता हुँ,वो राष्ट्र का बंटवारा चाहता है।मैं सर्व कल्याण चाहता हूँवो स्वकल्याण करता है।
वक़्त चलता गया...और हम थम गए। -
वक़्त चलता गया...और हम थम गए।
दुखों का था मन में एक बवंडर,निराशाओं ने बढ़ा दी मंजिल की क़दर।जब आया मंजिलों के मिलने का वक़्त,समझ बैठी उसे मृगतृष्णा, जो था हकीक़त।। -
दुखों का था मन में एक बवंडर,निराशाओं ने बढ़ा दी मंजिल की क़दर।जब आया मंजिलों के मिलने का वक़्त,समझ बैठी उसे मृगतृष्णा, जो था हकीक़त।।
तुम रज़ाई में लिपटे कहते रहे,नही बीते ये ठंडी सुहानी रात!और वो ख़ुद में सिमटा सोचता रहा,कब होगी सुबह और बीतेगी ये बेरहम रात!! -
तुम रज़ाई में लिपटे कहते रहे,नही बीते ये ठंडी सुहानी रात!और वो ख़ुद में सिमटा सोचता रहा,कब होगी सुबह और बीतेगी ये बेरहम रात!!
वो मिल ही जाएगा पर आपका नसीब भी आपके कर्म पर ही निर्भर है। -
वो मिल ही जाएगा पर आपका नसीब भी आपके कर्म पर ही निर्भर है।
हमारे रुक जाने सेपर वो बदल जाता है हमारे बदल जाने से। -
हमारे रुक जाने सेपर वो बदल जाता है हमारे बदल जाने से।
फ़िर भी साथ है मैं और तुम।यूँ ही दोगे ग़र तुम साथ,तो कल होंगे हम एक दूजे के पास। -
फ़िर भी साथ है मैं और तुम।यूँ ही दोगे ग़र तुम साथ,तो कल होंगे हम एक दूजे के पास।
मोहब्बत थी मुझे तुमसे,ग़र ख़ुद से होती...तो आज ये दिल यूँ बिखरा न होता। -
मोहब्बत थी मुझे तुमसे,ग़र ख़ुद से होती...तो आज ये दिल यूँ बिखरा न होता।