सुन ओ नीर भरी दुख की बदली
कहीं और तु छा जा कर..
मेरे मन आँगन का कोई कोना
तेरा न कभी होना..
*महादेवी जी से क्षमायाचना के साथ..🙏-
स्पर्श रेखा सी गुज़र गई ज़िंदगी,
मन बावरा वलय में झूलता रहा..
इस फलक से गुज़री जरूर,
तिर्यक सा कुछ सालता रहा..-
आओ माँ पग पाट धरो..
जगति का कल्याण करो..
धरती का सब त्रास हरो..
सृजना में नव प्राण भरो..
आओ माँ..कर माथ धरो..-
कुछ नहीं कहना है!
कुछ नहीं करना है!
संज्ञाहीन,संज्ञाशून्य हैं हम..
घृणा भी नहीं उपजती नपुंसक नरपुंसकों पर
संवेदनाहीन,तथाकथित नरपुंगवों पर
मृत संवेदनों का समाज,
शिक्षा कोढ़ में खाज
मिथ्या का जोश, 24घंटों का शोर..
खोखली वीरता के सोशल-मीडिया वीर..
बोलबाल के चुप,बातों के शेर..
सभ्यता के चीथड़े,लाशों के ढेर..-
मुनक्का खाएँ खाली पेट..
अंजीर खाएँ खाली पेट..
बादाम खाएँ खाली पेट..
केला खाएँ खाली पेट..
जीरे-धनिये का पानी खाली पेट..
कहाँ से लाएँ इतने खाली पेट..?-
जस्टींडर सिँह टुड्रो..
सुबह बकवास,
शाम को मिच्छामि दुक्कड़म्..😂
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जब भी मिलते हो,सवाल करते हो
खूब तुम भी कमाल करते हो..
कुछ जो कह दें, बवाल करते हो
शाम-ओ-सुबहा हलाल करते हो..
#गणित-
फाको मती भुजिया,
चाखो मती पापड़ अर् अचार..
घटाणो छे ओ पेट को आकार,
छोड़ो परो सोड़ो न खार..
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छोड़ो अब अखबार को, एंकर पर खार निकालो,
हटाओ प्रोग्राम को, तुम नया पत्रकार निकालो..
अपनी-अपनी कहनी है तो, चैनल इस बार निकालो..
इंडी-इंडी गाओ, डॉट-डैश-हाइफन-बार निकालो..-
Routine communications and White lies..!
People on a people pleasing spree..!-