कुछ लोगों के जीवन के संघर्ष की अंधेरी काली रातें
भूमध्यरेखीय ना होकर ध्रुवीय (6-6 माह) की रहती हैं...-
मेहनत तब तक करो की जब तक तुम्हारी OMR sheet.
Answer key ना बन जाये ...-
ख्वाहिशें सहमी हुई है आजकल..
शायद जरूरतो ने ऊंची आवाज में बात की होगी..-
किसी ने तुम्हें क्या कहा, क्या नहीं कहा, क्यूं कहा, तुमने क्या कहा, क्यूँ कहा, क्यूँ नहीं कहा ये सब सोचना बहोत आसान है..
अगर कुछ मुश्किल है तो वो है 37 ka पहाड़ा सोचना..-
आम सी दहलीज़ें भी मंदिर हो जाती है '
सदियो जहाँ किसी का इंतज़ार रहता हो ..-
तोड़ कर अपनी कमर ही सही,
औलाद को उसके अरमान देता है..
वो "बाप" होता है "जनाब"
जो बिना दिखावे के अपनी जान देता है...-
आँखों की ख़्वाहिश है दीदार तुम्हारा...
पर नजर उठाकर गिराना
कहाँ का फलफसा है तुम्हारा...-
अब उलफ़त की बातें सच्ची नहीं लगती...
हमें "समुंदर" पे बरसात अच्छी नहीं लगती...-
मंज़िल आपकी मौत है,
तो सफर का मजा लीजिए
हमारी मंजिल इतनी आसान नहीं ...-