सपनों का वो आशियाना बिखर गयाजब सहर जगा दो रोटी कमाने के ख़ातिर -
सपनों का वो आशियाना बिखर गयाजब सहर जगा दो रोटी कमाने के ख़ातिर
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ये सिलसिला कुछ ऐसे ख़त्म होगा या तो वो मिलेगा या बिछड़ेगा मुझसे -
ये सिलसिला कुछ ऐसे ख़त्म होगा या तो वो मिलेगा या बिछड़ेगा मुझसे
जो ठहरा जौहरी उसकी तक़दीर में सोना आयामैं ठहरा फ़कीर मेरे नसीब में रोना आया -
जो ठहरा जौहरी उसकी तक़दीर में सोना आयामैं ठहरा फ़कीर मेरे नसीब में रोना आया
तूने आँखों से ही पिला दी साक़ी..जाम लगाना बस तकल्लुफ़ हैं ज़माने के लिए.. -
तूने आँखों से ही पिला दी साक़ी..जाम लगाना बस तकल्लुफ़ हैं ज़माने के लिए..
आपने शमा जलायी हम परवाने हों गए..देखा फ़ुरसत से आज हे चाँद तुझे, तेरे दीवाने हो गए.. -
आपने शमा जलायी हम परवाने हों गए..देखा फ़ुरसत से आज हे चाँद तुझे, तेरे दीवाने हो गए..
पकड़ना हो तो हाथ पकड़ो..दुखती नस में क्या रखा हैं.. -
पकड़ना हो तो हाथ पकड़ो..दुखती नस में क्या रखा हैं..
वो नदी थीं वापस मुड़ी नहींमैं समंदर था आगे बढ़ा नहीं~अज्ञात -
वो नदी थीं वापस मुड़ी नहींमैं समंदर था आगे बढ़ा नहीं~अज्ञात
मेरी मोहब्बत उस्तुवार थी कभीअब जो हैं बची जर्जर हैं अभी -
मेरी मोहब्बत उस्तुवार थी कभीअब जो हैं बची जर्जर हैं अभी
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!🪔 -
दीपावली की हार्दिक शुभकामनाएं!🪔
क्या हो गया इसे कि तुझे देखती नहींजी चाहता है आग लगा दूँ नज़र को मैं~इस्माइल मेरठी -
क्या हो गया इसे कि तुझे देखती नहींजी चाहता है आग लगा दूँ नज़र को मैं~इस्माइल मेरठी