बुरे वक़्त में ही सही पर ज़िंदगी ने रंग सारे दिखा दिये…
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ना जाने कब मुझे सन्नाटे की आदत लग गई
जबकि मैं भी कभी मुरीद शोर का हुआ करता था-
Log puchte hain daheej me kya maanga
Maine bola yakeen vo bhi saari umar ke liye-
Jab hum ye kehte hai khushiyan parmanent nahi rhti
Toh kabhi ye bhi toh socho yaaro gum bhi parmanent kyu rhega
Jab ghadi me har waqt 12 nahi baj sekte
Toh zindagi me har waqt dukh kaise reh sekta hai-
Ab toh khamoshi ne bhi jagah bana li hai
Ek nahi do nahi pure 24 ghante sath rahti hai-
वो कहती थी !
तारीफ़ तो किया कर
मैं कहता था !
दोस्त की तारीफ़ करी ,तो दोस्ती बुरा मान जाएगी❤️-
कौन कहता है ! बेरंग है ये ज़िंदगी
कुछ 5-6 रंग तो रिश्तों के ही होंगे-
लो आ गई वो घड़ी…
कईयो का प्यार मंज़ूर होगा
कईयो का प्यार मजबूर होगा ।
हमेशा की तरह कुछ आशिक़
इस बार भी छुपा ले जायेगे अपनी मोहब्बत ।
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ज़िंदगी में तरक्की करने का आशिर्वाद भी वही देते है
जो आपकी तरक्की से सबसे ज़्यादा जलते है
#रिश्तेदार-