कुछ तुमसे है प्यार, कुछ तुम्हारा ही ख्याल;
कुछ तुम्हारी बातें
और कुछ अनकहे सवाल;
कुछ तुमसे दूर और कुछ तुमसे पास;
कुछ तुमसे लड़ाई और
कुछ दिल का हाल बेहाल;
कुछ तुम्हारा मुस्कुराना, कुछ तुम में खो जाना;
कुछ तेरे ये होठ लाल
और कुछ ये गुलाबी गाल;
कुछ तुम भी मुझेमें खो जाना, कुछ मेरा सब कुछ हार जाना;
तेरा वो हर बार रूठ जाना
और फिर मेरा मनाना;
कुछ तुम कहती जाना और मेरा वो लिखता जाना;
कुछ अधूरी हो कहानी
पर तेरे होने से पूरा हो जाना...
मेरा वो नींद से जागना और ये सपना टूट जाना...
मेरा वो नींद से जागना और ये सपना टूट जाना...-
जो रूह का रिश्ता है तुझसे
खता बस मेरी वफ़ा है
तेरे साथ जो रहूँ, मेरे पास तू नहीं,
जाने कैसे ये इश्क़ पूरा है?
(अनुशीर्षक में पढ़ें)-
अगर कुछ याद रखना हो,
तो मुझे "ख़याल" बना लो
जो मैं तुम्हारा रख भी पाऊँ
और तुम मुझे भूल भी ना पाओ...-
हम खुशियां तलाश रहे, तेरे सपनों की,
तुझसे चाहतें इतनी ज्यादा भी तो नहीं,
कुछ अधूरी ख्वाहिशें हैं तेरे संग जीने की,
सांसे कम है मेरी और तू वाकिफ भी नहीं...— % &-
एक मुक़ाम कुछ यूँ भी आया,
दर्द उसने दिया जिससे दिल लगाया,
मौत आसान लगी ज़िन्दगी मुश्किल,
खँजर अपनों का था और जमाना क़ातिल।।-
तसल्ली जो मिलती हो तुझे...
मेरी "मुस्कान" से
नम आँखों से भी
मुस्कुराते नज़र आएंगे..-
वो जो कभी कह ना सका,
मैंने उससे कभी पूछा नहीं
वो जो मैंने कहा था उससे,
शायद उसने समझा नहीं..-
मैं अधूरा सा, कोई था..पर अब
शायद, मैं कोई भी नहीं हूँ ।।
( अनुशीर्षक में पढ़े )-
भटकते रहे कब से तुझे तलाशते
हर शख्स में तेरे अक्स को ढूंढते
मिले भी कहाँ, उस दो राही मोड़ पर
जुदा हो गए, जब तक तुझे पहचान पाते-
तू बस कहने को मेरे पास सा है
ये गुजरते लम्हों में जो खालीपन सा है
दिल की जो बेचैनियाँ हैं, कह तो दूँ
पर बिन तेरे सब बेमतलब सा है..-