सफर मे हम सफर छुट जाते है
अपने ही अपनों से रूठ जाते है
यहा कोई नही समझता मेरी हालत
यहा तो सब तरफ जाहील नजर आते है-
"तुम्हारी मोहब्बत में हम
गुम हो गए,
वो प्यार के दीवाने
हम हो गए,
जिंदगी गुजर रही है
तुम्हारे प्यार में,
तुम्हारी बिना हमारे दिल के धड़कन
हम हो गए।"-
यू यादों के सफर काट लेते है
अकेले है ना आप चलो,
थोडी बात बाट लेते है
-
दे वचन आयुष्यभर साथ देशील मला
तुझे ते सर्वस्व अर्पण करशील मला....-
खुदगर्ज नही है खुद्दार है हम
माना कि अपनो से थोडे परेशान है हम.....
मिल जायेगा कभी ना
कभी मेरी तकलीफो का हल
माना कि अपनो से थोडे परेशान है हम......-
....वेध भविष्याचा....
घे वेध भविष्याचा
घे जोपासून छंद....
कोणी नाही इथे कोणी
वेळेवरी प्रकाश पण होतो मंद......
घे वेध भविष्याचा........
तु जाशील तिथे तूच आहे...
हे विश्व तुझेच आहे...
निराश नको होऊ 'अक्षर...
नको वाटूदेउ खंत ....
विसरू नको स्वताला....
घे बघून तुझे अंतरंग....
घे वेध भविष्याचा....
घे जोपासून छंद.....-
अकेले अकेले क्या लिख रही हो
अपने प्यार का अहसास
हमे भी दिखाओ क्या लिखा है
इसमे इतना खास-
मैं कौन हूँ,
मेरा वजूद क्या है,
निराशा के खौफ भरे अंधेरों मे
जो अक्सर खो जाता है हौसला
मैं वो हूँ,-
हमसे ना खेलो हम खिलाडी बड़े जालिम है,
हम वो है जो दिलो को सीने से खींच लेते है...-