एक समय के बाद सब थक जाते हैं।।
अपनी तन्हाइयों से अपनी खामोसियो से अपनी नाकामयाबियों से अपनी खवाइशो से अपनी रुसवाइयों से अपनी कामयाबियों से।।
अपने किसी आज से अपने किसी कल से ठहरे समय से भागते वजूद से।।
अपने काम से बीते हुए शाम से अंदर के शोर से छुपे उस खौफ से।।
बंधे किसी डोर से मन के रोग से भाग दौड़ से।
अंधेरे से उजाले से जुगनुयो से सितारों से।
एक दिन सब थक जाते हैं।।-
Curious to write...
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तुम्हें सब मिलें।
सबको तुम मिलो।।
रहे हम जहन्नु में भी।
तो दुआ करेंगे।
तुम्हें हम ना मिले।
हमे तुम ना मिलो।।-
तबियत मे तहजीब आ जाए।
छिड़क दू इश्क के सारे गुलाल उसपर।
बस वो थोड़ा करीब आ जाए।।
उसके बगैर उसे ही चाहना गंवारा हो।
उसे पाने की बस एक तरकीब आ जाए।।
सजदा करू मंदिरों में तेरे खातिर।
पढ़ू दुआए तेरी अगर चौखट पर कोइ फ़कीर आ जाए।।
मेरी बेबसी का इल्म है उसे भी।
ऐसा ना हो की तेरा कोई रकीब आ जाए।।-
I do remember when I was hard to love and now I am easy to leave
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चलते जा रहे हैं।
रुकना कहा हैं।
कितनी दूर हैं मंजिल।।
आखिर पहुंचना कहा हैं।
कितने लोग बिछड़े इस सफर हैं।
कितने साथ हैं तेरे।।
किन ऊंचाइयों को छू लिया।।
क्या सब छोटे दिखने लगे।
अरे ऊपर कितने अभी ऊंचे हैं।।
उनकी ऊंचाईयों को छूकर आगे हो जाएंगे।।
पर रुकना वही है क्या।
या वापस आना है।
या कोई तुम्हे पार ना कर पाए ये हासिल करना है।।
थके नहीं क्या तुम भागकर।।
आखिर जाना कहा हैं।।-
चिढ़ जाते थे तुम जब हम अपना बचपना दिखाते थे।
तुमसे हाथ मिलाकर चलने में फूले नही समाते थे।
इंतजार में बस वक्त गंवाते थे।
तुम्हें भी होगा हमसे कभी प्यार ऐसा सोच हर दिन खुद को तुम पर लुटाते थे।
अब खुद की हंसी नही भाती हमे।
जिसे गवाने के डर से कांप जाते थे।।
अब तो खुश होगे तुम।
बिलकुल बन गए हम वैसे।।
जैसा तुम चाहते थे।।-
जो हमे आगे बढ़ने का रास्ता दिखाते हैं वही पीछे छूट जाते हैं।
चाहे शहर हो,
लोग हों,
या फिर ज़िंदगी।।-
हमारे लिए।।
अंग्रेजी एक भाषा है।
और हिंदी हमारी संस्कृती है।
हमारी संस्कृती किसी भाषा के अधिनस्थ नहीं रह सकती।।
English is just a language and Hindi is our culture.Hope that our next generation will understand the difference.-
As per some theories "Making Money is so easy if you know, how to make it"
But As per what cost,it matters a lot.-
जो अंश एक मां अपने कोख में नौ महीने सम्हालती है।
वही अंश एक बाप अपने कंधे पर पूरी ज़िंदगी सम्हालता है।।-