कैसे बताऊँ मैं तुम्हें मेरे लिए तुम कौन हो,
तुम धड़कनों का गीत हो,जीवन का तुम संगीत हो
तुम जिंदगी तुम बंदगी,तुम रोशनी तुम ताजगी
तुम हर खुशी तुम प्यार हो,तुम प्रीत हो मनमीत हो
आँखों में तुम यादों में तुम, साँसों में तुम तुम आँखों में तुम नींदों में तुम ख़्वाबों में तुम,तुम हो मेरी हर बात में
तुम हो मेरे दिन रात में,तुम सुबह में तुम श्याम में
मेरे लिए पाना भी तुम,मेरे लिए खोना भी तुम,
मेरे लिए हँसना भी तुम,मेरे लिए रोना भी तुम
जाओ कहीं देखो कहीं,तुम हो वहां, तुम हो वहीं
कैसे बताऊँ मैं तुम्हें,तुम बिन तो मैं कुछ भी नहीं
मेरे लिए तुम धर्म हो,मेरे लिए ईमान हो
तुम ही इबादत हो मेरी,तुम ही तो चाहत हो मेरी
तुम ही मेरा अरमान हो,ताकत हूँ मैं हर पल जिससे
ही तो वो तस्वीर हो
तुम ही मेरी तकदीर हो,तुम ही सितारा हो मेरा
तुम ही नज़रा हो मेरा,यूँ ध्यान में मेरे हो तुम
सारे मेरे जीवन में तुम,हर पल में तुम हर चीज़ में तुम
मेरे लिए रास्ता भी तुम,मेरे लिए मंज़िल भी तुम
मेरे लिए सागर भी तुम,मेरे लिए साहिल भी तुम
मैं देखता बस तुमको हूँ,मैं सोचता बस तुमको हूँ
मैं जानता बस तुमको हूँ,मैं मानता बस तुमको हूँ
तुम ही मेरी पहचान हो,कैसे बताऊँ मैं तुम्हें मेरे लिए तुम कौन हो,
-