तुम्हारी याद आ रही है बस इतना ही काफी है तड़पाने के लिए ! न जाने कौन सा वक़्त मुकररर किया है उस रब ने तुम्हारी ज़ुल्फे मेरे लबों से सुलझाने के लिए !! -
तुम्हारी याद आ रही है बस इतना ही काफी है तड़पाने के लिए ! न जाने कौन सा वक़्त मुकररर किया है उस रब ने तुम्हारी ज़ुल्फे मेरे लबों से सुलझाने के लिए !!
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असर मुझमें नहीं मेरी मोहब्बत में था कि तेरे जाने के बाद किरायेदार तो बहुत आये पर कमरा खाली लगा नहीं !! कैसा ये इस्क् है सब कुछ खाली है पर कुछ भी खाली सा लगता नहीं !! -
असर मुझमें नहीं मेरी मोहब्बत में था कि तेरे जाने के बाद किरायेदार तो बहुत आये पर कमरा खाली लगा नहीं !! कैसा ये इस्क् है सब कुछ खाली है पर कुछ भी खाली सा लगता नहीं !!
तुम्ही बताओ इस इस्क् का ईनाम क्या दोगे! जब जी भर जायेगा बस कहीं तन्हा तो न छोड़ दोगे!! मेरे लिए काफी है उम्र भर की तन्हाई भी बस इतना बता दो कहीं प्यार को बदनाम तो न कर दोगे! मै लड़ी हूँ अपनों से इस प्यार की खातिर और सब छोड़कर तुम्हारे पास आयी हूँ! अब तोड़ कर भरोसा कहीं बीरान् तो न कर दोगे!! अक्सर देखें है फरेबी इस्क् की राहों में, इसलिए डर लगता है ! कहीं इक रात तुम भी तो किसी और की खातिर कुर्बान तो न कर दोगे!! -
तुम्ही बताओ इस इस्क् का ईनाम क्या दोगे! जब जी भर जायेगा बस कहीं तन्हा तो न छोड़ दोगे!! मेरे लिए काफी है उम्र भर की तन्हाई भी बस इतना बता दो कहीं प्यार को बदनाम तो न कर दोगे! मै लड़ी हूँ अपनों से इस प्यार की खातिर और सब छोड़कर तुम्हारे पास आयी हूँ! अब तोड़ कर भरोसा कहीं बीरान् तो न कर दोगे!! अक्सर देखें है फरेबी इस्क् की राहों में, इसलिए डर लगता है ! कहीं इक रात तुम भी तो किसी और की खातिर कुर्बान तो न कर दोगे!!
अभी वक़्त नहीं है बात करने को मेरे बाद तरसो गे मुलाकात करने को -
अभी वक़्त नहीं है बात करने को मेरे बाद तरसो गे मुलाकात करने को
कौन समझेगा तेरे इरादे क्या थे! हो सकता है तेरे जुमले मे एक और सामिल हो!! तेरी फितरत ही है कुछ ऐसे डंस मारने कि! अब तो तेरी हर बात मे साज़िश की बू आती है!! कातिल भी वही है हाकिम भी वही हैपर तू चल रहा है अंज़ान् की तरह असल मे तेरे लिवाज से ही खंज़र की बू आती है!! -
कौन समझेगा तेरे इरादे क्या थे! हो सकता है तेरे जुमले मे एक और सामिल हो!! तेरी फितरत ही है कुछ ऐसे डंस मारने कि! अब तो तेरी हर बात मे साज़िश की बू आती है!! कातिल भी वही है हाकिम भी वही हैपर तू चल रहा है अंज़ान् की तरह असल मे तेरे लिवाज से ही खंज़र की बू आती है!!
न जाने वो कौन सा किस्सा तेरे दिल को लग गयाजो तेरे ही नहीं मेरे भी आँखो से आँशू निकल गया -
न जाने वो कौन सा किस्सा तेरे दिल को लग गयाजो तेरे ही नहीं मेरे भी आँखो से आँशू निकल गया
असर मुझमें नहीं मेरी मोहब्बत में था कि तेरे जाने के बाद किरायेदार तो बहुत आये पर दिल खाली न लगा!! -
असर मुझमें नहीं मेरी मोहब्बत में था कि तेरे जाने के बाद किरायेदार तो बहुत आये पर दिल खाली न लगा!!
तेरे आंसुओं ने इस दिल को इतना झकझोरा है खुदा जाने अब क्या तूफान आने वाला है -
तेरे आंसुओं ने इस दिल को इतना झकझोरा है खुदा जाने अब क्या तूफान आने वाला है
किसी पर ऐतबार करने की सज़ा, कुछ ऐसी पायी है! ज़िंदगी घुट घुट के कट रही, उसने ऐसी दवा पिलाई है!! -
किसी पर ऐतबार करने की सज़ा, कुछ ऐसी पायी है! ज़िंदगी घुट घुट के कट रही, उसने ऐसी दवा पिलाई है!!
Ab sarab kafi nhi pyaas bujhane ke liyeWo akele hi kafi hai,Sare maikhane ke liye -
Ab sarab kafi nhi pyaas bujhane ke liyeWo akele hi kafi hai,Sare maikhane ke liye