पास हुं, और करीब आने दो,
प्यार करनेके, और बहाने दो,
हाय, वो शर्मा गए हमे देखकर ही,
एक पल नजर तो मिलाने दो.-
Akhilesh Kori
(Akhilesh Kori)
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Worked as a chemist and a part-time writer for my happiness
Joined 26 June 2018
22 SEP 2021 AT 17:28
29 JUL 2021 AT 20:45
अक्सर मैं उसे नासमझ कहता था,
पर अक्सर, वो मेरे ख्याल पढ़ लेती थी.-
19 JUL 2021 AT 15:28
वो रूठकर हमसे, कहीं दूर बैठे हैं,
जाकर कहदो उनसे, बारिशोने उनका पता दे दिया है.-
18 JUL 2021 AT 22:21
चाय से इश्क़, बारिश से मोहब्बत है हमें,
अक्सर दोनो साथ अच्छे लगते है.-
13 JUL 2021 AT 11:56
हर शक्श मेरा, दिल दुखाने बैठा है,
लगता है, अच्छा होना, अच्छी बात नही.-
2 JUL 2021 AT 0:37
मेरा प्यार, मेरी कलम भी बेवफा निकली,
हर किर्तास पर, तुम्हारा नाम लिख आती है.-
28 FEB 2021 AT 11:15
Gham-gusaar ho gaya mai, khudika khudse,
Iss zist mai, koi apna na mila.-
28 JAN 2021 AT 22:31
Har sawaal ke liye, maine, sawaal rakhna hai,
Bata zindagi, kya tune, zawaab rakha hai,
-
3 DEC 2020 AT 21:24
ना मलूल, मै जीस्त से हुआ हूं, ना इश्क़ से हुआ हूं,
खुशनसीब हूं, बस, जोह हुआ हूं इसिसे से हुआ हूं.-