जैसे जैसे ये काले बादलों का घेरा,
चांद को समेटे जा रहा ,
कुछ तू मुझसे, कुछ मैं तुझसे
बस दूर ही होता जा रहा।
कुछ अधूरे सवालों के घेरे,
न जाने कितने जवाब खुद में समेटे हैं
डूबे तो नहीं हम गहराईयों में
फिर ऐसा क्यों लगता जैसे ,
किसी गहरे समुद्र में जाके लेटे हैं।।
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मिल जाए एक मुक्म्मल जहाँ,
बस यही कोशिश ,सुबह-ओ-श़ा... read more
Fucking in the body is okay,but a fucked up mind is not okay.
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Tum ho purnima ki chaand koi,
Ya ho ek parindey ka khwab koi,
Tum ho indradhanush ka rang koi,
Ya ho kisi madhur dhun ki tarang koi,
Tum ho upsc aspirant ke mn ki aag koi,
Ya ho kisi bairagi ka raag koi.
Tum ho swati nakshatra mei boond ki sipi se hone vali mulaqaat koi ,
Ya phir sawan ki phli barsaat koi.
❤️❤️❤️❤️-
कभी-कभी ऐसा लगता कि मैं बेचारा हूँ ,
गलियों मे भटकता कोई पागल-आवारा हूँ ,
या फिर फूटी किस्मत का मारा हूँ ।
फिर आती है वो एक रोशनी कि तरह ,
और बोलती , अरे ऐसा केसै ?
तेरे बुझते हुए उम्मीद का मैं सहारा हूँ ,
है तू अगर आसमां, तो मैं तेरा सितारा हूँ ,
तू समन्दर ,तो मैं तेरा किनारा हूँ ।
और मेरी ऊपर की बाते तुम्हें अगर फिल्मी लगती ना
तो बस ये समझ लो कि ,
इस जिन्दगी के हार से लड़ते हुए
हार तक पहुँचने का,
मैं एक सफ़र बहुत प्यारा हूँ ।।-
वक़्त की दौड़ में काफ़ी
आगे निकल चुके थे वो,
तभी शायद दिल की आवाज
उन्हें सुनाई नहीं देती.-
Jane-anjane teri purani chat scroll krne se,
Vajah-bevajah teri profile dp dekhne se,
Pal-hr-pal tere online aane ke intezaar se,
Aur vaqt-dar-vaqt tujhe khone ke dar se badhte ja rhe pyaar beshumaar se,
Nafrat krunga mai ,jab tak hai jaan,jab tak hai jaan ,jab tak hai jaan..
😭😭😭😭😭-
चलो एक आखिरी बार फिर से ,
तुम्हें मैसेज करने की झूठी दिलासा दे लेता हूँ ।
एक आखिरी बार फिर से ,
तुम्हारे झूठे कसमें-वादों पर जी-मर लेता हूँ ।
एक आखिरी बार फिर से ,
तुझ संग बिताइ गई यादों के उन हसीऩ लम्हों को
आहिस्ता-आहिस्ता एक सुनहरे ख्वाबों के गुलदस्ते
मे बारिकी से संजो लेता हूँ ।
एक आखिरी बार फिर से ,
तुमसे बेइंतहा मोहब्ब़त करने की
ये खूबसूरत जुर्रत-ए-हिमाक़त कर लेता हूँ ।।
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अगर तू साथ है ।
मुक्कमल हो जाये ये पाक़ मोहब्बत ,
तो फिर क्या बात है ।।-
शायरों के इस श़हर मे ,
अपना नाम गुमनाम है।
मिल जाए एक मुक्म्मल जहाँ,
बस यही कोशिश ,सुबह-ओ-श़ाम है ।।-
इधर कोरोना के कहर में,
पूरी दुनिया में lockdown हो गया ।
उधर हमारी मोहब्बत का उनके चौखट पर,
खुलेआम़ shoot down हो गया ।
होते थे जो हर दिल-ऐ़-अजीज हमारे लिए कभी,
आज उनकी फीलिंग्स का system shutdown हो गया ।
जो हमने कभी सपनो में भी नहीं सोचा था,
आज उनसे ब्रेकअप हमारा talk of the town हो गया ।
जाते जाते बस इतना तो बता जाती मोहतरमा ,
की कहाँ रह गयी थी कमी हमारी मोह़ब्बत में ,
जो प्यार मेरे लिए तुम्हारा य़ू slowdown हो गया ।।
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