किसी ने तेल डाला, कोई लाया मशाल, किसी ने आग लगाई, किसी ने दी हवा।मेरा घर जलाने में सबकी अपनी भागीदारी थी।। -
किसी ने तेल डाला, कोई लाया मशाल, किसी ने आग लगाई, किसी ने दी हवा।मेरा घर जलाने में सबकी अपनी भागीदारी थी।।
-
जो ढूंढना हो इस जहाँ में खोए हुए शख्स को तो बेशक ढूंढ लोगे तुम।मगर जो तलाशना हो उनके भीतर खोए उस पुराने शख्स को, तो यकीनन मेरे दोस्त हार जाओगे तुम।। -
जो ढूंढना हो इस जहाँ में खोए हुए शख्स को तो बेशक ढूंढ लोगे तुम।मगर जो तलाशना हो उनके भीतर खोए उस पुराने शख्स को, तो यकीनन मेरे दोस्त हार जाओगे तुम।।
इंसान की जब मति फिर जाती है, तो सबसे पहले उसे अपने प्रियजनों और शुभचिंतकों की बातें अप्रिय लगने लगती हैं। -
इंसान की जब मति फिर जाती है, तो सबसे पहले उसे अपने प्रियजनों और शुभचिंतकों की बातें अप्रिय लगने लगती हैं।
उनकी एक झलक जो पाता हूँ,मैं जहाँ की मुश्किलें भूल जाता हूँ। -
उनकी एक झलक जो पाता हूँ,मैं जहाँ की मुश्किलें भूल जाता हूँ।
आत्मा अजर-अमर-अविनाशी है और अनेक जन्म लेती है,तो निश्चय ही आत्मा से जुड़े हमारे सम्बन्ध भी एक जन्म तक सीमित नहीं। -
आत्मा अजर-अमर-अविनाशी है और अनेक जन्म लेती है,तो निश्चय ही आत्मा से जुड़े हमारे सम्बन्ध भी एक जन्म तक सीमित नहीं।
घनी अंधेरी रात में चाँद खिला हो जैसे।उन काली ज़ुल्फ़ों के बीच वो चेहरा दमकता है ऐसे।। -
घनी अंधेरी रात में चाँद खिला हो जैसे।उन काली ज़ुल्फ़ों के बीच वो चेहरा दमकता है ऐसे।।
Perfection attracts everyone.But isn't Love all about accepting & loving those imperfections & flaws??! -
Perfection attracts everyone.But isn't Love all about accepting & loving those imperfections & flaws??!
कितनों की लाशों पर पग धरकर आज़ादी भारत में आयी।क्यों कहते हो बिना खड्ग बिना ढाल आज़ादी हमने पायी।। -
कितनों की लाशों पर पग धरकर आज़ादी भारत में आयी।क्यों कहते हो बिना खड्ग बिना ढाल आज़ादी हमने पायी।।
खिड़की से आती मिट्टी की खुशबू,कानों में पड़ती बारिश की आवाज़,अधमुन्दी आँखों में उनसे मिलने के सपनेऔर लबों पर ठहरी ये मन्द सी मुस्कान।ये मौसम... इसके मिजाज़... और उनकी याद... -
खिड़की से आती मिट्टी की खुशबू,कानों में पड़ती बारिश की आवाज़,अधमुन्दी आँखों में उनसे मिलने के सपनेऔर लबों पर ठहरी ये मन्द सी मुस्कान।ये मौसम... इसके मिजाज़... और उनकी याद...
आँखें मूंदूँ तो ख़्वाब उनका। जो आँखें खोलूँ तो दीदार उनका।। -
आँखें मूंदूँ तो ख़्वाब उनका। जो आँखें खोलूँ तो दीदार उनका।।