30 NOV 2017 AT 13:21

*आरक्षण* *अध्याय २*

ये बाते थी उन दौर की जहां दबो ने मार खाई थी,
गिरते पड़ते सरकार से एक गुहार लगाई थी।

इन बातो को सुनकर सरकारो ने भी काम किया,
ला आरक्षण बिल उनका बेड़ा पार किया।

लगा विपी सिंह की फोटो,गांधी से बदल दी,
गांधीजी नोटों में थे, वीपी जी को मंदिर में सरण दी।

पर आज भी वही हाल है,
आरक्षण के नाम पर सबसे जायदा भ्रष्टाचार है।

खून गरीब का जले , पढ़ते आमीर के लाल है,
इसलिए आरक्षण इस देश का बड़ा सवाल है।


- आकाश सिसोदिया