मैं इश्क की राहों में क्यूं गुम रहा,
ये आजतक मुझे पता नहीं चला...-
ना जाने उसे क्या नया मिल गया,
कि मुझे वो छोड़ कर चला गया,
जो कड़ी धूप में भी साथ रहता था मेरे,
वो मुझे आज छांव में भी तनहा छोड़ गया...-
कुछ लोग ऐसे होते हैं जिंदगी में,
जिनकी हमें बहुत याद आती है,
किसी की याद हंसा जाती है,
तो कमबख्त किसी की याद रुला जाती है...-
खाली कर गया वो मुझको,
वो ऐसा क्या कर गया,
जो उसकी झूठी मोहब्बत पर
मैं मरने को मजबूर हो गया...-
जब आती है तेरी याद तो मैं
दीवार पर भी सिर पटकने लगता हूं,
कमबख्त तू ऐसा क्या नशा दे गई,
जो मैं कुछ भी करने लगता हूं...-
मेरे मेहबूब जरा दिखा तो सही मुझे,
कि वो कैसा दिखता है,
मैंने तो सब कुछ दे दिया तुझको अपना,
उसकी बता वो तुझे क्या क्या देता है....-
मैं मन के विचार नहीं, दिल के जज्बात लिखता हूं,,
और जो लोगों को पसंद आए, वही दर्द ए अल्फाज लिखता हूं...-
काश तेरी कदर कर ली होती उन दिनों,
तो आज ये दिन देखना ना पड़ता जिंदगी में...-
ऐ मालिक मुझे इतना कामयाब बना दे,
दुनिया की कोई भी चीज मुझे कीमती ना लगे...-