बड़े दिनों बाद मिले हो
ज़रा बताना तो, मुझसे मिलने को..
कितने दिन पहले चले हो।
कहते हो हमेशा पास रहता हूं तुम्हारे
सब कुछ बाद में आता है..
और तुम सबसे पहले हो।
बहुत लापरवाह हो गये हो
चलो माफी मांगों मुझसे..
वक्त दे-दे कर जो छले हो।
कभी जब आँखें थक जाती थी
बस तुम्हें महसूस करने लगते थे
मानो बड़े शिद्दत से लगे मेरे गले हो
अब तुम हो,मै हूँ...
अब चैन से साँस लो हमनशीं
ज़िन्दगी की दौड़ में खुब दौड़े..
इसकी गर्मी में बहुत जले हो।
बहुत दिनों बाद मिले हो
ज़रा बताना तो, मुझसे मिलने को
कितने दिन पहले चले हो।
-आकाश चौरसिया
- आकाश चौरसिया
26 MAY 2019 AT 15:53