Akanksha Shukla   (@_Ãkãñkshã $húklã)
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Joined 26 May 2020


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Joined 26 May 2020
24 JAN 2022 AT 9:44

मैंने देखा तो पाया कि यहां सबको शिकायत है
जिसके लिए कोई कुछ नहीं करता उम्मीदें तोड़ता हैं उसे भी शिकायत है
और जिसके लिए वही इंसान सब करता है उसे भी शिकायत है कि वो कुछ करता नहीं मेरे लिए
तो फिर सुखी कौन है? शायद वो जो उम्मीदें नहीं लगाता ।।

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13 JAN 2022 AT 17:16

कभी खुशनुमा सा ख्याल हूं..
कभी उलझा सा सवाल हूं...
कभी शाम की कड़क चाय...
कभी मोहल्ले की बवाल हूं...
एक गुजरा हुआ साल...
मैं बहकी बहकी चाल हूं....
कभी काम से बेहाल .....
कभी दुवाओं से निहाल हूं...
मैं जज्बा बेमिसाल हूं...
कला से मालामाल हूं....
एक खुशनुमा ख्याल....
एक उलझा सा सवाल हूं।।

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8 OCT 2021 AT 14:28

अब मैं किसी से नाराज नहीं होती हूं
उसे माफ कर के खास से आम कर देती हूं।।

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20 APR 2021 AT 14:28

सुना है वक्त फिर करवट ले रहा है।
हवाओ का रुख बदल रहा है।
वो हवाएं जिनके चलने पर शुकून मिलता था।
आज उन हवाओ से डर लग रहा है।
लोग कह रहे है तांडव मचा है मौत का
लेकिन भूलो मत
ये तो कुदरत के साथ किए खेल का हिसाब चल रहा है
आज तड़प रहे हैं ऑक्सीजन को
जब पेड़ काटे गए तो किसी ने नही कहा
कि कुदरत से क्या खिलवाड़ चल रहा है।
वक्त कुछ यूं है कि अपनो से मिलना दूभर है।
लेकिन अब भी देखो तो बस हर जगह व्यापार चल रहा है।
Economy बढ़ाने का अच्छा plan चल रहा है।
नेताओ ने फैला दी बात कि कोरोनाकाल चल रहा है।

@AKANKSHA_SHUKLA


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30 MAY 2020 AT 22:23

"Ek khwahish hai meri"
Lambi sadak hlki si barish☔
Bahut sari bate 🌹👫
Or bas "mai or tum"

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17 APR 2021 AT 23:11

सपनो में घूमती मैं
हकीकत सा रहता तू।
बेहद बोलती मैं।
चुपचाप मुस्कुराता तू।
कुछ मतलबी सी मैं।
थोड़ा मतलबी सा तू।
बच्चों सी लड़ती मैं।
बड़ो सा समझाता तू।
कभी होती उदास मैं।
उस रोज गुदगुदाता तू।
मन की ढेरो बाते बताती मैं।
चुपचाप सा सुनता तू।
तेरी जरूरत सी मैं।
मेरी जरूरत सा तू।
थोड़ी सी तुझमें मैं।
थोड़ा सा मुझमें तू।
बस अपने जैसी हूं मैं।
तेरे जैसा है तू।


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21 NOV 2020 AT 11:10

हमारा मिलना महज इत्तेफाक तो नहीं था ।
साजिश खुदा की हमें दो दिल एक जान कर गई 😍

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12 AUG 2020 AT 15:24

सांवली सूरत घुंघराले बाल
जिनके दोस्त हैं गोपी और ग्वाल
माखन चोरी पर हैं सबके हजार सवाल
यशोदा के नटखट बाल गोपाल
आ गए देखो मुरली वाले मदन गोपाल।

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31 JUL 2020 AT 20:43

A1 dual camera
Shot by AKKU😍😍

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25 JUL 2020 AT 13:33

जब तक गिरता नहीं इंसान तब तक उसे संभलना नहीं आता।
जो गिर कर भी मुकम्मल खड़ा हो गया फिर उसे कोई हरा नहीं पाता।

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