अप्रेल मई में हमें जून चाहिए मोदी जी
हमे खून का बदला खून चाहिए मोदी जी
जो ज़ख्मी शेर के बच्चों को छूट चाहिए मोदी जी
देश के पिता के फैसलों में भी वही जुनून चाहिए मोदी जी
पूछ के मारने वाले को मेरा धर्म बता दो मोदी जी
जो आग देश वासियों के दिल में लगी है पाकिस्तान में लगा दो मोदी जी
पाकिस्तानी आगे ऐसा ना कर सके कोई बात बता दो मोदी जी
या फिर सेना को आदेश दो नक्शे से पाकिस्तान मिटा दो मोदी जो
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खुद की नस्लों को खुद यहाँ बर्बाद किया जाता है
मालाएँ चढ़ाई जाती हैं फिर उन्हें याद किया जाता है
ये भारत वाले हैं इन्हें आजादी अच्छी नहीं लगती
उदारता के नाम पे यहाँ ग़द्दार पाल लिया जाता है
चंद पैसे के चक्कर में यहाँ देश बैच दिया जाता है
घुसपैठियों को पैसे लेके अंदर खेच लिया जाता है
फिर आजादी के लिए लाखो सपूत बलिदान होते हैं
फिर ये भारत है गाँधी परिवार को सौंप दिया जाता है
गिद्धों की टोली फिर धीरे धीरे भारत को नोच खा रही हैं
कोई आवाज नहीं उठाता सबका आवाज तो आ रही हैं
ये गिद्ध राजनेता है मौत का सौदा जीने की क़ीमत लेता है
देश भक्ति के नाम पे तो यहाँ बस इलेक्शन किए जा रहे हैं
आज एक आम हिन्दू मारा है कल यही अंजाम नेताओ का भी है
मैं राम का वंशज हूँ यही वंशज का नाम नेताओ का भी है
पर अफसोस यहां देश नहीं घर बचाए जाते है
देश की नहीं सोचते पार्टी के फायदे नुकसान देख लिए जाते है-
ये दिलजला था पहले आग से खेलता था
चोटे खाता था पहले दर्द हँस के झेलता था
अब इश्क हुआ है दवाएं दुआएँ मांगता फिर रहा हैं
ये दर्द का सोकींन था पहले जान पे खेलता था-
ये दर्द में गुजरते सुबह शाम नहीं भूलूंगा
उसके दिए ज़ख्मों के निशान नहीं भूलूंगा
जिन्होंने ने दिया है साथ मेरे बुरे वक्त में
मरते दम तक उनका अहसान नहीं भूलूंगा-
जिनके सदा साथ था कभी मैं
अब खिलाफ लगने लगा हूँ
जिनके लिए क़ीमती था कभी मैं
अब राख लगने लगा हूँ
मैंने ज़माने के रंग देखे हैं अब मैं
उन्हें रोकने टोकने लगा हूँ
जिनके लिए गुलाब था कभी मैं
अब तेजाब लगने लगा हूँ-
अभी दरार खाय है अभी टूट के बिखरना बाकी है
अभी फोन से ब्लॉक हैं अभी तेरे दिल से उतरना बाकी है
कुछ तो बाकी है अभी इस जीवन में जो मैं जी रहा हूँ
अभी अलग हुए हैं अभी जुदाई के नरक गुजरना बाकी है-
यकीन मानिये
इश्क ने बर्बाद कर दिया है
वर्ना मैं भी इस ज़ालिम को प्यार कहा करता था-
काश दिल के दर्द की भी दवाई हो जाती
मौत मांगता ख़ुदा से जो मन चाही हो जाती
हर कीमत अदा करता ऐ खुदा
अगर तेरे इश्क से मेरी रिहाइ हो जाती-
दिल का हाल बताने की मज़ा मिलती है
रात मे तन्हा पछताने की जगह मिलती हैं
सैकड़ों गुनाह कीजिए पर इश्क ना करिए
किसीको दिल से चाहने की सज़ा मिलती हैं-