इश्क़ कर के निभा तो लोगे,सरेआम आंसू छुपा तो लोगे।इश्क़-ए-इम्तेहान पास करोगे कैसे?वो CSAT सा question बना कर देंगें। -
इश्क़ कर के निभा तो लोगे,सरेआम आंसू छुपा तो लोगे।इश्क़-ए-इम्तेहान पास करोगे कैसे?वो CSAT सा question बना कर देंगें।
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मै हर रोज़ तुम्हें यूं ही लिखता रहूँगा,इश्क़ किया है और तुमसे ही करता रहूंगा। -
मै हर रोज़ तुम्हें यूं ही लिखता रहूँगा,इश्क़ किया है और तुमसे ही करता रहूंगा।
मैं मुसाफिर बड़ी दूर जा रहा हूंतन्हा तेरा शहर छोड़ जा रहा हूँ।और मत ढूढ़ना मेरा पता अबसे,मैं सारी जंजीरें तोड़ जा रहा हूं। -
मैं मुसाफिर बड़ी दूर जा रहा हूंतन्हा तेरा शहर छोड़ जा रहा हूँ।और मत ढूढ़ना मेरा पता अबसे,मैं सारी जंजीरें तोड़ जा रहा हूं।
मुझे किसी से अब बात नही करनी ,थोड़ा सुकूँ मुझे भी चाहिए।इश्क़ मोहब्बत की बारिश हो,ऐसा मुझे अब बरसात नही चाहिए।भीग गयी है आँखे मेरी,और वो कहते है मुझे ऐसी बरसात चाहिए । -
मुझे किसी से अब बात नही करनी ,थोड़ा सुकूँ मुझे भी चाहिए।इश्क़ मोहब्बत की बारिश हो,ऐसा मुझे अब बरसात नही चाहिए।भीग गयी है आँखे मेरी,और वो कहते है मुझे ऐसी बरसात चाहिए ।
पहुंच ना पाती है मेरे हिस्से की मोहब्ब्त उस तक,खुदा के घर में भी उसकी पहचान अच्छी है। -
पहुंच ना पाती है मेरे हिस्से की मोहब्ब्त उस तक,खुदा के घर में भी उसकी पहचान अच्छी है।
बड़ा शोर हो रहा है शहर में!कोई समझा लो बगल में अस्पताल भी है।घर डूब जा रहा है इस बरसात में,कोई बता दो उनको शहर में कच्चे मकान भी है। -
बड़ा शोर हो रहा है शहर में!कोई समझा लो बगल में अस्पताल भी है।घर डूब जा रहा है इस बरसात में,कोई बता दो उनको शहर में कच्चे मकान भी है।
कंधे पर दो स्टार लगा कर,मेरा दिल चुरा गई।मैंने सोचा नंबर दे रही है,वो दो हजार का चालान काट गई। -
कंधे पर दो स्टार लगा कर,मेरा दिल चुरा गई।मैंने सोचा नंबर दे रही है,वो दो हजार का चालान काट गई।
दफ़न कर आओ वो पुराने किस्से 'अजनबी'उसने शहर नही खुद को बदल आया। -
दफ़न कर आओ वो पुराने किस्से 'अजनबी'उसने शहर नही खुद को बदल आया।
मोहब्बत वो भी सच्ची,अज़ी छोड़िये।ख़्वाब देखा था,अब तो जाग जाइये। -
मोहब्बत वो भी सच्ची,अज़ी छोड़िये।ख़्वाब देखा था,अब तो जाग जाइये।
छोड़ कर चाय,उसे भुलाने बैठे हो।इश्क़ था मियां,किसे फुसलाने बैठे हो। -
छोड़ कर चाय,उसे भुलाने बैठे हो।इश्क़ था मियां,किसे फुसलाने बैठे हो।