25 DEC 2018 AT 11:07

त्रिया चरित्रं पुरुषस्य भाग्यम
देवं न जानंति कुतो मनुष्यम

पुरुष का भाग्य और स्त्री का चरित्र भगवान भी नहीं बता सकते, वहां इंसान की क्या बिसाद?

- ✍©Ajinkya Thakur