सुकून की तलाश में, मैं जो ऐसे घूम रहा हूं,
हर फूल को में ऐसे चूम रहा हूं,
जैसे हर फूल मेरा है,
पर आज भी में सुकून से इतना दूर हूं,
जितनी रेल की पटरियां।।-
अरे बात उन लहराती जुल्फों की करते है,
माथे की छोटी सी बिंदी की करते है,
तिरछी नजरों के हल्के हल्के काजल ने जो तीर चलाए है,
अब क्या ही कहें हाल- ए - दिल जनाब,
हम तो सब कुछ भूल कर टकटकी उन पर लगाए बैठे है।।-
आओ अब किस्सा खत्म करे,
अब बात तुम्हारी बंद करे।
अब यकीन करो बात ना होगी तुम्हारी,
हम भी बहुत अच्छे से आगे बढ़ेंगे।।-
इसे किस्मत कहूं या खुदा का रूठना
वो किसी और की होकर भी,
हाथ मैं धागा मेरे नाम का ही बांधती है।।-
यूं तेरा हाथ थाम कर बैठना,
यूं तेरा आंखों से बातें करना,
यूं किसी का छोड़ कर जाना,
यार फिर तेरी याद दिला जाता है।।-
हमने देखा है समय बदलते,
हंसते लोगों को रोते,
रोते लोगों को हंसते,
एक पल में लोगों को बदलते,
एक पल में जीवन को बदलते,
हमने देखा है समय बदलते।
जिसने समय की कीमत ना पहचानी,
उसको भारी कीमत पड़ी चुकानी।-
मन कुछ आज अशांत सा है,
चेहरे पर खामोशी छाई है,
नजरों में एक सवाल है,
लव आज सवाल को लेकर खामोश है।।
इसलिए आज में शांत हूं।।-
आज फिर रात की नींद उड़ी,
आज फिर सपनों में तेरी बात हुई,
तू यूं नाराज तो थी नहीं,
फिर क्यों छोड़ कर तू गई।।-
मां ये शब्द नहीं मेरी दुनिया है,
मां हर दुख की दवा है,
मां मेरे हर सवाल का जवाब है,
मां की गोद मेरी जिंदगी का सुकून है
मां शब्द नहीं मेरी दुनिया है।।-
चांद ने चांद को देखा,तो चांद भी शर्मा गया।
क्योंकि चांद की चांदनी फीकी थी,
इस जमी के चांद के सामने।।
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