Paid Content
-
Ajeer अजीर
(अजीर)
33 Followers · 7 Following
अनपढ़ अजीर,कभी दिल की कभी समाज की सुनता है।
खुद से हीं बोलना चाहे,क्यूँकि समाज तो न सुनता ह... read more
खुद से हीं बोलना चाहे,क्यूँकि समाज तो न सुनता ह... read more
Joined 6 March 2020
26 OCT 2020 AT 23:37
साधु कोइ भी न होवे, जबतक गुण ना तीन।
संत सादगी व शिष्टता , पहने जैसे दीन ।।-
1 JAN 2022 AT 23:52
अमृत को पी के देवता बनने को हैं कई,
पी कर के हलाहल कोई महादेव भी बने।
-
24 DEC 2021 AT 9:08
ज़माना बोलता रहता कि कुछ आगे की सुध भी ले,
उसे मालूम ना बनते हैं कल भी आज के पल से।
-
8 SEP 2021 AT 15:38
आँखों में आँखें डाल कर के, लब पे ला मुस्कान,
तकलीफ़ भी शर्मा के कर ही जाएगी प्रस्थान।
-
4 SEP 2021 AT 0:22
चाह कर जिसको लगा, कि है कोई जन्नत का नूर,
ना पता था रौशनी वो मुझको ढकने लाया था।
-
2 SEP 2021 AT 5:59
दास्तान ए अजीर ओ आम यहाँ एक सी जनाब,
पर न जाने इन्हें किसने और कैसे अलग किया?
-
21 AUG 2021 AT 23:16
कोई भी गर समझता , मजबूरियाँ मेरी,
सारे के सारे ग़म को मैं भूल ही जाता।-
7 AUG 2021 AT 11:46
पास रहना तो दूर रहो,दूर होना तो पास,
ये अजीर की उल्टी बानी,समझें बस कुछ ख़ास।-