ये इत्तेफाक तो नहीं हो सकता
हमारे सितारे गर्दिश में थे फिर भी
आप हमारी जिंदगी में आ गये-
तुम्हारे साथ मुझे कुछ खोने का डर नहीं लगता है
और तुम्हारा हाथ मेरे हाथ में घर जैसा लगता है!-
तेरी गैर मौजूदगी ने मेरी
रूह में कब्रिस्तान हर तरफ दिया है,
मुझमें एक दुनिया हुआ करती थी
अब दुनिया से मुझे बर तरफ़ कर दिया है-
बस तुम और मैं...
चांदनी रात में तारों के नीचे
दोनों ही आंखों को भींचे हुए
और वो दीवार के सहारे,
उस पल में खोए हुए,
सारी दुनिया धुंधली हो जाती है,
बस एक तुम्हे चूमते हुए-
उन्हें ताज़्जुब बहुत हुआ
कि वो हमे कैसे मिल गये
और हमे यकीन नहीं होता
कि हम अकेले ही रह गये-
मैं तुम्हे हर मौसम प्यार करूंगा
जब तुम्हारी जिल्द सूखी होगी,
या फिर गुलाबी लब रूखे होंगे
तुम्हारी मुस्कान बदली सी होगी,
या तुम रात भर ना सोई रहोगी
जब तुम कम बाहर निकला करोगी,
या मेरी बातों पर तुम कम हंसोगी
जब तुम दिन भर बस रोती रहोगी
मैं तुम्हारे उलझे बालों को सुलझाऊंगा
जब तुम बिल्कुल भी जागना नहीं चाहो
मैं भी तुम्हारे बगल में ही सो जाऊंगा-
ना कोई ख़लिश रही
ना कोई ख्वाहिश है
ना कोई महफ़िल है
ना कोई नुमाइश है
ना कोई बंदिश है
ना कोई सिफ़ारिश है
तुम तुम हो हम हम है
अब सब्र की आजमाइश है-
तुम्हे मुझसे मोहब्बत थी
फिर भी तुमने मुझे रोका नहीं
बेवफा नहीं तो क्या कहूं तुम्हे ?
गुजरा वक्त वापस नहीं आता
ये तुमने कभी सोचा नहीं
मेरे टूटे ख्वाब क्या कहेंगे मुझे ?
कभी नींद टूटी होगी तुम्हारी भी
मेरी यादों ने तुम्हें खरोचा नहीं
बेपरवाह नहीं तो क्या कहूं तुम्हे ?
हिम्मत कभी तो जागी होगी
वापस जा मुझे कही खोजा नहीं
अब कहूं भी तो क्या कहूं तुम्हे !!-
कहता कुछ हु कुछ ओर ही मैं करता हूं
आजकल अपने में ही खोया रहता हूं
दुनिया से तुम्हे छुपा कर रखता हूं लेकिन
तुम्हारे ही ख्यालों में मुस्कुराने लगता हूं-
माना आपका शौक बस
दिलों पर हक जमाना है
हमारे दिल ने भी आपको
कभी किरायेदार नहीं माना है-