ठायी ठायी तुच गणराया...
तुज विना मी हीन
तुज विना मी दीन
तुच रस्ता दाखवं
संकटातून वाचवं
या अंधारात
एक आशेचा
नवा किरण पेटवं-
ठायी ठायी तुच गणराया...
तुझ्या सारखी नाही कुठेच माया
तुच सखा
तुच वाली
तुझ्या सारखा
नाही पाठिराखा...-
देर से ही सही, पर रास्ता मिल गया
बिच समंदर में थी कश्ती उसे किनारा मिल गया...-
ठायी ठायी तुच गणराया...
तुझी साऱ्या जगावर छाया
तुझी कृपादृष्टी सदैव राहो सर्वांवर
हेच मागणे आमचे तुझ्या चरणी
हे एकदंता हे गणराया...-
जिस के पास तुम हो
उसे और क्या चाहिए
जिंदगी की हर खुशी तुमसे हैं
मुझे बस तुम्हारा प्यार चाहिए...-
मेरी हर खुशी तुमसे
मेरी हर तमन्ना
मेरी हर आरजू तुमसे
मेरी बंदगी तुमसे
मेरी जिंदगी सिर्फ तुमसे...!-
तुम मुझे क्या मिले
मुझे जिंदगी मिल गयी
जिंदगी की हर खुशी हर तमन्ना
अब पुरी हो गयी...!-
मैं अच्छा हुं या बुरा हुं
मुझे पता नहीं...!
सही हुं या गलत हुं
मुझे पता नहीं...!
पर इतना
मुझे जरुर पता है
जिनका मुझपर ऐतबार हैं
उनके चेहरे पर सुकून
और होठों पर प्यारी सी मुस्कान हुं...!
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तोंडावर गोड
आणि मनात खोड
असतात असेही
लोकं जगात
जे स्वार्थ साधण्यासाठी
करतात कसलीही तड-जोड...!
म्हणून अशांना ओळखा
जमेल तेवढं पारखा
जास्त जवळ येण्या आधीच
लांबूनच त्यांना निरखा...!
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दुसरों को
गिराने से अच्छा है
खुद को
बेहतर बनाने
की कोशिश करनी चाहिए...!
किसी को
मजबूर करने
से अच्छा
अपने आप को
मजबूत करना चाहिए...!-