Ajay Kumar Soni   (अजय कुमार सोनी)
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मैं आपकी तरह काज़िब नही हु,
छोड़िए जाइए मैं वाज़िब नही हु।।
Joined 23 August 2018


मैं आपकी तरह काज़िब नही हु,
छोड़िए जाइए मैं वाज़िब नही हु।।
Joined 23 August 2018
14 JAN AT 7:50

Happy Makar Sankranti..!!
May the bright sunshine of Sun fill your lives with positivity and smiles,
Wishing you a very Happy Makar Sankranti.

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12 JAN AT 8:23

जन्ममृत्यु हि यतयेको भुनक्त्येकः शुभाशुभम्। हेलेषु पतत्येक एको याति परां गतिम् !!

मनुष्य अकेला हि जन्म लेता है और अकेला हि मरता है। और वह अपने कर्मों के अच्छे और बुरे परिणाम अकेले ही भोगता है। वह अकेला ही नर्क मे जाता है और अकेला ही परम पद को पाता है !!

A person is born alone and dies alone; and experiences the good and bad consequences of their karma alone; and goes alone to hell or the Supreme abode.!!


#चाणक्य नीति 05-13

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9 JAN AT 18:32

मेरा,
तुमसें मिलना तय था और,
तय था बिछड़ जाना भी,
नियति के चक्र में,
बँधे “मैं “और "तुम” बाध्य है,
अपने-अपने तयशुदा रास्तों
पर चलने के लिए..!!

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27 DEC 2024 AT 20:29

यक़ीन मानिए प्रेम की प्रगाढ़ता में जो
सबसे जरूरी तत्व है वो है समय,
समय वो गोंद है जो असल प्रेम की
प्रगाढ़ता को न केवल बनाए रखता है
बल्कि इस बंधन को और मजबूत कर देता है ॥

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27 DEC 2024 AT 18:39

I will never leave you,
even if you give me
hundred reasons to give up,
believe me in that case,
I will find one reason to stay,
because you are my choice
not an option..!!

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22 DEC 2024 AT 19:26

पसंदगी का कोई पैमाना नहीं होता
उन लोगों की गिनती करें,
जो आपकी कद्र करते हैं
जिन्हें आपकी सोहबत कीमती लगती है.!!

लोकप्रियता से नहीं,गुणों से कीमती बने ॥

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11 OCT 2024 AT 19:39

बिछड़ कर भी वो मुझसे जुदा नहीं होता,
कुछ अनकहे रिश्ते ताउम्र चला करते है..!!

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4 OCT 2024 AT 20:37

Trust is the invisible thread that weaves two hearts together,
stronger than any spoken promise..!!

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28 SEP 2024 AT 20:41

बहुत जतन किए मैंने पर मुझे
कोई भी चीज नहीं भाती,
गले मिलके हमसे तुम तो चले गए
पर मेरे बदन से तेरी खुशबू नहीं जाती..!!

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24 SEP 2024 AT 20:23

मुझे लगता था किसी रिश्ते को निभाने के
लिए उसे नाम देने की जरूरत नहीं होती
पर आज जब तुम्हारी जरख्त होते हुए भी
तुम्हें बुला ना सका अपने पास तो समझ
आया हर रिश्ते को एक नाम देना जरूरी है
ताकि थके हुए आंसुओं से भीगे हुए चेहरे को जब चाहिए हो बस उसका कंधा तो उसे हक़ से पुकारा जा सके..।।

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