★डटे रहना तू सदा★
कोई आता है यहाँ, तो कोई जाता है।
कोई सिखाता है, तो कोई दिखाता है।
कोई मरहम है यहाँ, तो कोई सताता है।
कोई हँसाता है यहाँ, तो कोई रुलाता है।
कोई करता है जुदा, तो कोई मिलाता है।
कोई निभाता है यहाँ, तो कोई जताता है।
अभी हैं और होंगे, उतार-चढ़ाव इस जीवन में,
मगर ना लाना खरपतवार तू तेरे हृदय-वन में,
अभी होंगे कई हालात-ए-जंग तेरे मन में,
फिर भी व्यथा ना रखना तू इस मन में।
अभी होंगे शायद अभाव तेरे धन में।
मगर तू डटे रहना सदा इस रण में।
बुरे के बख़ान में क्यूँ वक़्त ज़ाया करना,
देख! तुझे दूर तलक तक जाना है।
अच्छा हो कि बुरा भी बीत जाए यूँ ही,
सुन! सुनहरा कल अभी आना है।
अभी शायद तेरा वक़्त भी है कहीं बग़ावत पर,
तभी तो ये दुनिया ठोकरें और ताने है मारती।
सब्र कर, और बस जुटे रहना जुनूँन से,
पलटेगी बाज़ी, सब करेंगे तेरी आरती।
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