Though, that leaf has broken A long time ago; Some tie-in were there With the branch For no reason, That's why mayhap today It flew away in the air; The branch is in gloom... Who knows the autumn comes But That leaf wouldn't be seen anymore...
क्या होती है कीमत और अहमियत पूछो हमसे, भूखा रहकर गुजार रहे हैं एक वक्त। हां, कभी मिल जाते हैं निवाले पेट भरने को लेकिन कभी रोटी गोल नहीं होती, ना कभी अच्छे से सेंक पाता हूं वैसे, जैसे हर रोज़ नरम मुलायम खाई है। हमसे पूछो क्या होती है, कीमत रोटी की, अहमियत मां की
जिंदगी की किताब के सब हर्फ पुराने हो गए उसके दिए गुलाब के सब दर्द पुराने हो गए है मर्ज ये ऐसा जिसका मिला इलाज कहीं ना ढूंढते ढूंढते राहत, हमको ज़माने हो गए
दिल ही तो टूटा है, इतना मातम क्यों करना जो चला गया, उसके लिए इतना गम क्यों करना हमें दिखा रहे हो दिल टूटने का दर्द क्या है छोड़ो, किसी के लिए रोना हरदम क्यों करना तजुर्बा है पुराना ज़ख्म खुले छोड़ दो साहब खुद भर जायेंगे, इन पर मरहम क्यों करना