Raste,safar,najare aur husne-surat bahut dekh liye,
Koi Manzil ho to Batao,,
Koi Manzil Na Ho iss pyaar ki,
To aisa karo hume yahin utaar ke jaao,,..-
वो जो इश्क़ था वो जुनून था
ये जो हिज्र है ये नसीब है
मैं किससे कहूँ मेरे साथ चल
यहाँ सब के सर पे सलीब है
वो जो शोर थी खामोशी बन गई
खामोशी की आगोश में
अब चल दिए है ख्वाब कबके
जो किसी की कैद की रंजिश में थे
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इन निगाहों के पैमानों की पैमाइश हो तो केसे हो,
गर इश्क़ है तो इश्क़-की आज़माइश हो तो केसे हो!
मेय-खानों मे इश्क़ मे डूबना अलग बात है शोर मेरे ,
अकेले मे उन से मुलाकात हो तो केसे हो!-
आसमान वो ज़मीन हूँ मैं,
दूर हो कर भी
कितना क़रीब हूँ मैं.
मोहब्बत पे अपने किससे हज़ारों लिखदू...
थोड़ा पागल और थोड़ा अजीब हूँ मैं..-
शहेर से निकल गांव को चले , धूप से निकल छांव को चले , दुनिया देख कर जले तो जले , हम एकदूजे का हाथ थाम कर चलते चलें , हम आपस में आहिस्ता - आहिस्ता चले , कभी अलग ना हो हम , कभी अकेलेपन की कमियां ना खले , बनावटी’पन से निकल , हम तो अपने पुराने जमाने को चले , वही पुरानी यादें वही पुराना प्यार हम अब कमाने को चले,
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क़सम उसकी, हम तोड़कर करते भी तो क्या? इक ही तो था वसूल जिंदगी , गवा” के करते भी तो क्या!!🤔💞🤞
Plz !! read in caption✍️👌-
आंखो में काजल, लबों पे लाली दिल में सकुन बाहें खाली मुस्कानी नूर हुस्न पे गुरुर तमाम इंतजाम से बना इक मेहबूब !
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Ishq ke dil byan kare ki na kare”»Ladki apne kaam me masrof bahut rehti hai ,,
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