हों मुस्कुराहटें आपकी तो मेरे चेहरे पर नूर आता है
आप हैं दूर मुझसे तो क्या हुआ
मेरे तसव्वुर में सिर्फ़ आपका ख्याल आता है
ओढ़ लेती हूं हर सांझ यादों की चादर बुनी
ख्वाबों में अक्सर आपका अक्श नज़र आता है
यूं तो मर ही गई थी बरसो पहले कभी
आपके होने से मुझे जीने का ख़्याल आता है
है मुहब्बत आपसे कितनी
शायद ये मैं कर ना सकूं कभी लफ्जों में बयां
बस आपके इक दीदार से जुहराह-ए-रूह-ओ-नज़र हो जाता है ।
जुहराह-ए-रूह-ओ-नज़र :- brightness of soul and eyes.-
May you keep cherishing lovely moments ❤️
Once again Wish you a very happy birthday cutu 🎂.
Life is all about creating memories I hope everything best for you 😊
It's Just a small reminder I'm there at last of queue to always support you and cherish moments with you.
Always be happy cutu😊-
इसलिए अब जताना छोड़ दिया
परेशान करती हैं बहुत चीज़ें हमें
हम है कि हमने बताना छोड़ दिया
मुफलिसी देखी है इश्क़ में
आंखों में दर्द छिपाना सीख लिया
यूं तो भटकने ना देती उसके पास परिंदा कोई
जब देखा उसे परिंदे पसंद हैं
थमा कर हाथ में परिंदा उसके
ना चाहते हुए भी मैंने दिल को अपने समझा लिया।
-
सोचती हूं उस लड़की के बारे में
वो कितने नसीबों वाली होगी
जिसके लिए लिखा जाता होगा प्रेम पत्र
गढ़ी जाती होगी कोई कहानी
प्रियतम अपने ख्वाबों से चुराकर लाते होंगे मोती
उन मोतियों के सहारे बुनते होंगे कोई कविता
और छप जाती होगी तब इतिहास के पन्नों पर एक सच्ची प्रेम कहानी
सदैव के लिए संभाल कर रख लिया जाता होगा तब वो सुर्ख गुलाबी प्रेम।
-
When people focuses on problem rather than arguing with each other then relationship works smoothly.
-
ए ज़िंदगी तू यूं हताश ना कर
बहुत आस है तुमसे तू यूं निराश ना कर
वक्त से पहले जो मिला वो खो दिया
बेशक वक्त पर दे
मगर छीनने की मुझसे फिर आस ना कर
जो चाहा नहीं, वो मेरे हिस्से दिया है तूने
जो मांग रही हूं तुमसे उसे देने का एहतिमाम कर
बहुत दिए हैं मौसम तुमने धूप के
मेरे हिस्से भी कभी तू छांव कर
ना कर परेशां यूं मुसाफ़िर को अपने
हिस्से में बेफ़िक्री वाली फिर वही बचपन की शाम कर ।
_________________________________
एहतिमाम:– try
_________________________________-
प्यार की गहराइयों में जिस दिन तुम उतर जाओगे
जिस्म की नहीं रूह की तलब पाओगे |-
रातें कुछ लंबी सी लगती हैं
यादें कुछ धुंधली सी दिखती हैं
चांद भी ना जाने क्यों अब
मुझको रूठा रूठा सा लगता है
ये जीवन भी ठहरा सा लगता है
रातों को अपनी सांसें सुन पाता हूं
पाकर भी मैं खोया सा रहता हूं
चिल्लाता है मन विह्वल हो कर के
बाहर से ख़ामोश नज़र आता हूं ।
-
Beginnings are usually scary and endings are usually sad, but it's everything in between that makes it all worth living.
-Bob Marley-