Ahmad Jamal   (Ahasas Amrohi)
105 Followers · 48 Following

Joined 27 March 2018


Joined 27 March 2018
21 MAY AT 13:59

ज़हन पर दिल की हुकूमत हुईं थीं।

-


25 DEC 2024 AT 20:03

गर्दीश-ए-अय्याम पर,
तल्ख़-ए-ज़माने की सर्द हवाएं।
बेजुबानों कों जुबान दो,
मसीहा आ कर हाथ थाम लो।

-


25 DEC 2024 AT 19:17

महफिलें -ए-इश्क की ऐसी रिवायत नहीं है।

-


24 DEC 2024 AT 18:01

लकीरें जुदा, मंजिल एक।

-


18 DEC 2024 AT 20:21

तू और मैं ,
तीसरा तुझ पर भरोसा।
मैंने किया खुद को तेरे हवाले ,
जहां चाहे वहां लेकर जा।।

-


11 DEC 2024 AT 20:35

आंख से आंख, मिलाई।
हक पर पर डटा रहा ,
होने दी रुसवाई ।
सच्चाई की खातिर,
जान लड़ाई।
आखिर, फतह उसी ने पाई।

-


11 DEC 2024 AT 20:02

खुद के मुक़ाबिल खड़ा हूं मैं ,
खुद से बेवजह लड़ा हूं मैं ।
तू ही तू की ज़िद पर अड़ा हूं मैं ,
बन के आंसू तेरी आंखों से झड़ा हूं मैं ।
तेरी यादों की कब्र में गड़ा हूं मैं ,
बनकर मोती रेत पर पड़ा हूं मैं।
रुक - रुक कर चला हूं मैं,
उम्र से कहीं ज्यादा बड़ा हूं मैं।
रो - रो के हंसा हूं मैं,
भुलाए ना भूले वो बला हूं मैं।

-


11 DEC 2024 AT 19:21

ऐसा आदी हुआ तेरी क़ैद का
आज़ादी से डर लगने लगा

-


9 DEC 2024 AT 20:56

सज़ा में भी मज़ा है ।
कली फूल बनी ,
यह कांटो का सिला है ।
इश्क का ये रंग है ,
दिल दिमाग से जुदा है।

-


9 DEC 2024 AT 20:45

लौटा के दुखों का उधार
सब्र का यह आलम है,
मीन चले विपरीत धार।
हर सांस खुदा का शुक्र है ,
जीवन मिला उपहार।

-


Fetching Ahmad Jamal Quotes