2 JAN 2020 AT 19:10

सब ताज उछाले जाएंगे
सब तख़्त गिराए जाएंगे
हम देखेंगे
लाज़िम है के हम भी देखेंगे

~फ़ैज़ अहमद फ़ैज़~

- 'Saaqi'