जाते हुए वो छोड़ गया मुझमें अपना अक्स
इस तरह उम्र भर वो मेरे साथ ही रहा
جاتے ہوئے وہ چھوڑ گیا مجھمیں اپنا عکس
اس طرح عمر بھر وہ مرے ساتھ ہی رہا-
Foodie
Stock Market Analyst
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وو ظلم کرتے ہوئے جب کہ تھک گیا آخر
تو زندگی کی دعا مجھکو دے گیا ساقی
वो ज़ुल्म करते हुए जब के थक गया आख़िर
तो ज़िन्दगी की दुआ मुझको दे गया साक़ी-
तेरी उम्मीद में गुज़रे हैं
ज़माने कितने
तुझसे मिलने के मैं करता हूँ
बहाने कितने
आओगे ख़्वाब में ये सोच के
जागे ही नहीं
वैसे तो नींद से आये थे
जगाने कितने-
منم قطرہِ باراں و او زمیں است
بله به خدا عشق من نازنیں است
Manam Qatra e Baraa'n Wa O Zamee'n Ast
Ba'le Ba-Khuda Ishq e Man Naznee'n Ast-
جانے کیوں خود کو کر لیا تنہا
لوگ تو تھے گلے لگانے کو
اندر اندر ہی رو رہا تھا مگر
مجھسے کہتا تھا مسکرانے کو
जाने क्यों ख़ुद को कर लिया तनहा
लोग तो थे गले लगाने को
अंदर अंदर ही रो रहा था मगर
मुझसे कहता था मुस्कुराने को
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तिरे वजूद में कुछ है जो इस ज़मीं का नहीं
तिरे ख़याल की रंगत भी आसमानी है
वो एक दिन जो तुझे सोचने में गुज़रा था
तमाम उम्र उसी दिन की तर्जुमानी है
'Abhishek Shukla'-
अजब नहीं है जो हँसता हूँ बेतहाशा मैं
बोहोत उदास रहा हूँ मैं इस ख़ुशी के लिए
عجب نہیں ہے جو ہنستا ہوں بے تحاشہ میں
بہت اداس رہا ہوں میں اس خوشی کے لئے
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बताऊँ क्या के क्या क्या उठ गया है
के जब से ख़ौफ़ रब का उठ गया है
ख़ुदा या शब की वुसअत को बढ़ा दे
सवेरे से भरोसा उठ गया है
मुझे है ख़ौफ़ उसकी तिशनगी का
वो जो महफ़िल से प्यासा उठ गया है-
سنو! آسان نہیں ہے یہ، مگر
مجھے دیوانگی راس آ رہی ہے
सुनो! आसान नहीं है ये, मगर
मुझे दीवानगी रास आ रही है-
یہ غربت ہے غریبوں کو ہمیشہ خار دیتی ہے
کبھی پٹری پہ مرتے ہیں کبھی بس مار دیتی ہے
ये ग़ुरबत है गरीबों को हमेशा ख़ार देती है
कभी पटरी पे मरते हैं कभी बस मार देती है-