तुम मिलना मुझसे तो सिर्फ़ ऐसे यमुना आलिंगित होती है गंगा की लहरों से और बिझड़ना भी प्रिये ! तो सिर्फ़ ऐसे जैसे दूर भागती है सोन , नर्मदा की बाहों से -
तुम मिलना मुझसे तो सिर्फ़ ऐसे यमुना आलिंगित होती है गंगा की लहरों से और बिझड़ना भी प्रिये ! तो सिर्फ़ ऐसे जैसे दूर भागती है सोन , नर्मदा की बाहों से
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।। जबसे छोड़ा है उसने , ये वक्त भी भारी लगता है ।। ।। मुझको अब 30 मिनिट भी , आधा घंटा लगता है ।। -
।। जबसे छोड़ा है उसने , ये वक्त भी भारी लगता है ।। ।। मुझको अब 30 मिनिट भी , आधा घंटा लगता है ।।
।। मैं जो सच कहूंगा , तो यकीनन रूठ जाओगे ।।।। तुम किसी झूठ की , ख़्वाबगाह में चले जाओ ।। -
।। मैं जो सच कहूंगा , तो यकीनन रूठ जाओगे ।।।। तुम किसी झूठ की , ख़्वाबगाह में चले जाओ ।।
सिर्फ़ सत्ता पाना चाहता है हर कोई यहाँ वोटर के दर्द को ह्रदय में रखेगा कौन ?जो करते रहे सिर्फ़ हँसी ठिठोली अग़र प्रेम के विरह को शब्द रूप देगा कौन ? सब देते रहे भाषण - ही - भाषण अग़र कृषक आय को दोगुना करेगा कौन ?जो उलझे रहे जात - पांत - धर्म में अग़र अमृतकाल के लक्ष्य को पूरा करेगा कौन ?फंस गए टिकटोकिया माया जाल में अग़र कृष्ण की धरा को गीता ज्ञान देगा कौन ?कृष्णा ही निकाले मुश्किलों का हल अग़र अपने हक़ के लिए उठ - खड़ा होगा कौन ?और सारा कुछ लिख दिया आज ही अग़र तो कल समस्याओं पर चिंतन करेगा कौन ? -
सिर्फ़ सत्ता पाना चाहता है हर कोई यहाँ वोटर के दर्द को ह्रदय में रखेगा कौन ?जो करते रहे सिर्फ़ हँसी ठिठोली अग़र प्रेम के विरह को शब्द रूप देगा कौन ? सब देते रहे भाषण - ही - भाषण अग़र कृषक आय को दोगुना करेगा कौन ?जो उलझे रहे जात - पांत - धर्म में अग़र अमृतकाल के लक्ष्य को पूरा करेगा कौन ?फंस गए टिकटोकिया माया जाल में अग़र कृष्ण की धरा को गीता ज्ञान देगा कौन ?कृष्णा ही निकाले मुश्किलों का हल अग़र अपने हक़ के लिए उठ - खड़ा होगा कौन ?और सारा कुछ लिख दिया आज ही अग़र तो कल समस्याओं पर चिंतन करेगा कौन ?
वो चाहती है , एक परिपक्व - समझदार लड़का ।यार ! उसे कौन समझाये, समझदार इश्क़ नहीं करते ।। -
वो चाहती है , एक परिपक्व - समझदार लड़का ।यार ! उसे कौन समझाये, समझदार इश्क़ नहीं करते ।।
मैं कृष्ण द्वारिकाधीश कोई , तुम शिव का हो अंश प्रिये । मैं दिवाली की रौनक हूं , तुम होली वाला जश्न प्रिये ।। -
मैं कृष्ण द्वारिकाधीश कोई , तुम शिव का हो अंश प्रिये । मैं दिवाली की रौनक हूं , तुम होली वाला जश्न प्रिये ।।
नया साल आयेगा , तो खोजेंगे महबूब नयादिसंबर उसकी याद का , महीना आखिरी है -
नया साल आयेगा , तो खोजेंगे महबूब नयादिसंबर उसकी याद का , महीना आखिरी है
तुम बुधवार की आउटिंग हो मैं सात बजे का समय प्रियेतुम आइसक्रीम सी नाजुक हो मैं हैप्पी बर्थडे का शोर प्रियेतुम फूलों वाली बगिया हो मैं उसमें नाचती मोर प्रिये तुम मेरे ह्रदय की आस्था हो मैं तुममें शामिल जीत प्रिये -
तुम बुधवार की आउटिंग हो मैं सात बजे का समय प्रियेतुम आइसक्रीम सी नाजुक हो मैं हैप्पी बर्थडे का शोर प्रियेतुम फूलों वाली बगिया हो मैं उसमें नाचती मोर प्रिये तुम मेरे ह्रदय की आस्था हो मैं तुममें शामिल जीत प्रिये
क्यों रखे किसी और से वास्ता काफी हैं हम और आस्थालड़ – झगड़ भी लेते हैं हमक्यों दिल में रखे काश–साजो न होते हम पास तुम्हारेतुमको जीवन सत्य कौन बताता आ गया है जन्मदिन भी अब लाओ यार! अच्छा – सा नाश्ता -
क्यों रखे किसी और से वास्ता काफी हैं हम और आस्थालड़ – झगड़ भी लेते हैं हमक्यों दिल में रखे काश–साजो न होते हम पास तुम्हारेतुमको जीवन सत्य कौन बताता आ गया है जन्मदिन भी अब लाओ यार! अच्छा – सा नाश्ता
किसी का दूसरा प्यार होनाजैसे पीओके पर कब्ज़ा होना -
किसी का दूसरा प्यार होनाजैसे पीओके पर कब्ज़ा होना