डर था अगर गिरने का
तो मेरे साथ चलना नही था
मेरे दोस्त थे अगर तुम
तो तुम्हे बदलना नही था-
जिसके लिए नफ़रत होनी थी
दिल मे उसी के लिए प्यार निकला
जिसको फैसला करना था मेरा
वही मेरा गुनहगार निकला-
जो लोग खास होते हैं
वो दिल के पास होते हैं
दरख़्त सूख कर भी खड़ा रहता है अपनी जगह
पत्ते उड़कर आकाश होते हैं-
जिसे मै कभी एक पल के लिए न भुला सका
वो मेरी ज़िन्दगी मे एक पल के लिए भी न आ सका-
जो मेरी आँखों मे दिखती है वो मेरी कहानी
तुम ही हों
याद मुझको अब तलक मुँह जबानी
तुम ही हों
यूँ तो दिखती ही नही हों इस जहाँ मे
मुझको कहीं भी
लेकिन मेरे हर ख़्वाब मे आसमानी
तुम ही हों-
मेरी आँखों मे आँसू का कत्ल नही करना था
मेरे सामने अपने आँसू नही बहाने थे
रकीब के बारे मे तो खूब कहा
अपने भी कांड बताने थे
मै फिर से तेरा हो गया
अब तुझे खोने की दहशत नही
जा अब मुझे तेरी जरूरत नही-
जो कल बने आज टूट जाए वो रिश्ता नही चाहिए,
हमे इंसान मिल जाए काफी है फरिश्ता नही चाहिए!!-