खुद को इतना बिगाड़ा की संभाल नहीं सकते,
तुम्हारी यादों, बातों, ख्वाबो, और सासों में समा नहीं सकते,
ऐसे होने में होने से क्या, जब जुल्फों में खुद को फसा नहीं सकते,
अब लगता है हमें, हम मुस्कुरा नहीं सकते ।
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Aham Bramhasm
(अमन...)
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" ज़िन्दगी को इस कदर ढाल रखा है,
पुराने ख्यालो को अब तक संभाल रखा है। "
Data Scientist
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पुराने ख्यालो को अब तक संभाल रखा है। "
Data Scientist
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Joined 6 January 2017
28 JUN 2023 AT 20:29
3 JUN 2023 AT 19:27
हमारे अंदाज़े, सही निकले,
इश्क़ करने में आप हमसे, बेहतरीन निकले।-
31 MAY 2023 AT 21:28
मन को इक चीज चाहिए,
मन को इक यार चाहिए,
तू ही क्यों लकीरों में मुझे,
यार हर बार चाहिए।
मन को इक शाम चाहिए,
मन को इक युद्धविराम चाहिए,
तेरी ही क्यों सांस में मुझे,
यार हर बार सुकून चाहिए।-
18 JAN 2022 AT 23:18
उलझते सुलझते हुए ज़िन्दगी के ये लम्हे,
और हौसला बांधे हुए तेरा महकता सा एहसास।-
18 JAN 2022 AT 17:32
अब उन को नज़र आता नहीं मेरा प्यार,
खुद पे लगा रखे है गुनाहों के इतने इश्तहार।-
17 JAN 2022 AT 21:06
भटकता रहा था ये मन, लिपट कर मुझसे ये बोला
कहां जाऊं, तुझी को तो बस मैं जानता हूं।-
14 JAN 2022 AT 19:40
हालात मोहब्बत करने को मजबूर ना कर दें,
मैं तनहा हूं, मगर आप सोच लीजिए।-