शांति और संतुलन तभी संभव है जीवन में संतुलन महत्वपूर्ण है संतुलन का सीधा संबंध भावनाओं से है जिसने अपने भावनाओं को वश में कर लिया वही सही अर्थ में सफल है
उस दिन राज़ी का जन्मदिन था उस दिन भी पार्क बंद होने तक इंतज़ार किया पर राज़ी नहीं आयी वर्मा जी रोज़ पाँच बजे शाम को राज़ी का इंतज़ार करते हैं और उस दिन से आजतक राज़ी नहीं आयी मुझे आजतक समझ नहीं आया कि यह प्रेम है या श्रद्धांजलि
जाओ जाओ कि अब मैं बिना बोले भी रह लेती हूँ नहीं ढूँढती किसी प्रश्न का उत्तर अब नहीं होता मन विचलित अब मन के अंधेरों को वश में करना सीख लिया है मैंने अब मैं नहीं करती तुम्हारी प्रतीक्षा