तन्हाई सिर्फ़ मोहब्बत में ही नहीं होती,
हम तो ख़ुद की भी तलाश नहीं कर पा रहे।।-
उनकी बेरुखी ने हमें इस क़दर तोड़ा है ,
मर चुका है दिल पर कहने के लिए जिंदा छोड़ा है!
यूं तो अधूरा ही था मै पर , उनकी चाहतों में पूरा था मै !
हर कदम पर टूटा था मै पर उनके लिए खुद को फिर से जोड़ा है ।।।।
~काली ठाकुर-
मजबूरी का कुछ यूं आलम हो गया
की मोहब्बत को ही मेरे नीलाम किया गया ।
मेरे ही नज़रों के सामने उसकी रुखसती हो गई
मै उसको रोक न सका कुछ यूं मेरी बेबसी हो गई ।
~Kaali Thakur
~Agam Rajput-
वो शख्स मेरे दिल के बहुत करीब हैं,
जो शख्स मेरे दिल में अभी आया ही नहीं ।।
पता नही इसमें रब की क्या मर्ज़ी है,
खामखा मुझे मोहब्ब्त से नफ़रत होती जा रहीं ।।-
हम अपने कर्मों मे इतने मकरूर थे, कि जुर्मो का पता ही ना चला!!
और जब खुदा लेने लगा हिसाब, तो देने को मिला नही कोई जवाब!!
फिर सजाएं कुछ यू मिल रही , कि दुआए भी न कुबूल हो रही!!
चलती भागती ज़िन्दगी में, लाखों सांसे थम रहीं है!!
बेबस बेहाल होकर देख रहे हैं, मंजर ये मौत के!!
सांसे थम भी रही उस हवा से ,जिसकी कमी नहीं तीनों लोक में!!
हाथो में खंजर न है,फिर भी इंसान इंसान से डर रहा खौफ में!!
भगवान है कहा रे तू, हे खुदा है कहा रे तू।।
🙏🙏-
फूलो की तरह बस तनाह ही रहने लगा हूं ।
कभी खुद से टूट जाता हूं ।
तो कभी कोई तोड़ कर चला जाता हैं ।-
सत्य ही ईमान है
ईमान ही दौलत है ।
कर्म ही किस्मत है
किस्मत ही मंज़िल हैं ।
By ~Unknown-