भेदभाव
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Afrin Ruksar
(Afrin Ruksar)
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Joined 2 September 2020
28 SEP 2022 AT 7:51
है शक नहीं उनपर फिर भी शकालू मन हैरान-सा है,
वो क्या है हमारे लिए ये पता ही नहीं फिर भी मन परेशान-सा है!!-
28 SEP 2022 AT 7:48
सफलता की चौखट पर ध्यान लगाए बैठे है,
कि कहीं कोई सफल व्यक्ति की कहानी हमें भी मशहूर बना दें!!-
28 SEP 2022 AT 7:44
सिमट रही है नदियाँ जैसे सिमट रहे हैं हम,
तूफान छिड़ा इन वादियों में ना ज्यादा है ना कम!!-
27 SEP 2022 AT 23:05
मददगार ऐसा बनो जिससे सभी का काम हो जाए,
कर्म ऐसा करो जिससे जीना आसान हो जाए!!-
26 SEP 2022 AT 21:51
जब मिली इजाजत उनकी तो शमशीर हो गए,
दो हौसलें कीमत में इक तस्वीर हो गए!!-
26 SEP 2022 AT 21:48
चौराहे पर मिले आशिक कुछ गुफ्तगू कर रहे ही थे,
कि धोखा खायी हसिनाओं का झुंड वहाँ से गुजरने लगा!!-
26 SEP 2022 AT 21:44
शख्स-ए-हुश्न वालों ने बड़ी गुस्ताखी ये कर दी,
दिया मौका उन राहों पर सभी को आने-जाने की!-