खुशी का एक लम्हा भी,
अगर जिंदगी में मिल जाए;
तो उसे जी भर के जी लो,
क्या पता ये लम्हा;
फ़िर तुम्हारे पास हो न हो..!!-
इंसान वह फूल है
जो अपनी अच्छाई
से किसी की जिंदगी
को खुशियों की खुशबू
से महका सकता है...!!-
लबों से कह न पाए जो बात
वो आंखों से कह दी है
जो समझ जाओ तुम तो
फ़िर मुझे लफ्ज़ खर्च करने
की अब ज़रूरत ही क्या है।-
थोड़ी बारिश रहमत की भी,
अब ज़रूरी सी लगने लगी है;
कब तक ये मन उम्मीदों के,
भरोसे जीता रहे जो हो जाए;
रहमत की बारिश ये मन हर,
आरज़ू और बंदिशों से बाहर;
निकल जाए...!!-
मिले तो थे हम साथ चलने के लिए,
पर अब साथ चल पाना मुश्किल है,
न चल पाए साथ तो क्या हुआ;
कम से कम चलो इक साथ बिछड़ते हैं।-
यूं ही बना रहे ये साथ,
बरसता रहे दोनों पर;
शिव गौरी का आशीर्वाद,
जन्मों जन्म के बंधन में
दोनों बंध जाएं,
राधे कृष्ण की तरह दोनों
की जोड़ी बन जाए...!!-
भटकाव से मत डरो
कभी कभी भटकाव
मंजिल तक पहुंचने के
लिए एक मजबूत सीढ़ी
का काम करती है जिसपर
चलके हम मुश्किल से ही
सही पर मंजिल तक जरूर
पहुंचते हैं...!!-
कुछ ना बोलकर भी
अगर आप के मन
में चल रही बातों
को कोई समझ
सकता है तो वो बस
आपकी "मां"है...!!-