अदब इतना की कदमों में पड़े हैं,अना इतनी की लंका खाक कर दी। -
अदब इतना की कदमों में पड़े हैं,अना इतनी की लंका खाक कर दी।
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दिन पहले बड़े बेफिक्री के दिन थे... वो डांट भी ऊपर से जाया करती थी,अब जब से समझदार हुए है हम... छोटी सी बात भीगहरी उतर जाया करती है। -
दिन पहले बड़े बेफिक्री के दिन थे... वो डांट भी ऊपर से जाया करती थी,अब जब से समझदार हुए है हम... छोटी सी बात भीगहरी उतर जाया करती है।
बात बचपन की हो या पचपन कीसुकुन बच्चा होने में ही है। -
बात बचपन की हो या पचपन कीसुकुन बच्चा होने में ही है।
तेरी उदासी देख मुझे इतनी तकलीफ क्यों होती तेरी मुस्कुराहट मेरे लिए इतनी जरूरी क्यों होती। -
तेरी उदासी देख मुझे इतनी तकलीफ क्यों होती तेरी मुस्कुराहट मेरे लिए इतनी जरूरी क्यों होती।
वो नादानी भी नहीं रही अब मुझ में कि,वो समय गुज़ारे और मैं मुहब्बत समझूँ....। -
वो नादानी भी नहीं रही अब मुझ में कि,वो समय गुज़ारे और मैं मुहब्बत समझूँ....।
जगह बना ली हममें अब निष्ठुरता ने बहुत जलील किया है हमे हमारी तत्परता ने । -
जगह बना ली हममें अब निष्ठुरता ने बहुत जलील किया है हमे हमारी तत्परता ने ।
कद्र उनकी करो जो तुम्हारी करें,ज्यादा गुलामी भी इज्जत की नीलामी हो जाती है l -
कद्र उनकी करो जो तुम्हारी करें,ज्यादा गुलामी भी इज्जत की नीलामी हो जाती है l
परखा बहुत गया मुझे..काश समझा भी गया होता ।। -
परखा बहुत गया मुझे..काश समझा भी गया होता ।।
वफ़ा करेंगे .. निभाएंगे .. बात मानेंगे,तुम्हारे ना हुए तो फिर किसी के नहीं होंगे।तुम्हें याद है कुछ ... ये किसने कहा था ? -
वफ़ा करेंगे .. निभाएंगे .. बात मानेंगे,तुम्हारे ना हुए तो फिर किसी के नहीं होंगे।तुम्हें याद है कुछ ... ये किसने कहा था ?
वफादार स्त्री का साथ होना,पुरुष की सबसे बड़ी कामयाबी है... -
वफादार स्त्री का साथ होना,पुरुष की सबसे बड़ी कामयाबी है...