हमारी बुराई दिल खोल के की जमाने से उन्होंने.. और हम एक उनकी आवाज़ पे उनके पीछे चल दिए.. हर बार फोन उठाके अच्छे से उन्हें जवाब दिया.. हर बार वो मैं बिज़ी हुं ये कहके फोन रख दिए.. फिर भी आलम देख ए बेदर्द जमाना घमंड में वो हैं, झूठ उन्होंने भी बोले हम से हजार हैं... और सब अपनो के सामने मुझे झुठा और घमंडी बयां कर दिए.... ये अलग बात हैं हम अपना दर्द किसी को बताया नहीं करते.. लेकिन एक वो हैं जिन्होंने हमारे दर्द के सरे आम तमाशा बनाके रख दिए..
Decide to change yourself completely to create a new style of your own. Lived enough for others to live for yourself now and stop giving more importance to people than yourself. Lived alot by being mature n cried n affected alot because of others..now you have to be little careless ... little crazy...
लोगो के मिजाज बदलते हैं, मौसम की तरह अंदाज़ बदलते हैं.. पर ख़ुदा न करे कभी वो दिन आए की.. हम भी पुरी तरह बदल जाए... बड़ा पछताओगे उस दिन जब हमें बदला हुआ पाओगे.. हर रोज रुला रहे हो , बड़ा सता रहे हों.. हमारे दिल से खुद को कुछ इस तरह खाली किए जा रहे हो... बड़ा पछताओगे उस दिन ,जब लौट के आओगे और हमारे बदले हुआ अंदाज पाओगे जिस दिन...